अस्सलाम वालेकुम मेरे प्यारे भाइयों और बहनों मेरे भाइयों उम्मीद करता हूँ कि आप सब खैरियत से होंगे। दोस्तों आज हम आपको बताएंगे कि रोजी में बरकत कैसे होती है? बहुत सारे मेरे भाई रिज़्क़ के लिए परेशान होते हैं और काम के लिए इधर से उधर भटकते हैं ।तो आइए आज हम आपको बताते हैं कुछ ऐसी चीजें जिसकी वजह से आपकी रोज़ी में बरकत होगी. रोजी या रिज़्क़ का कम या ज्यादा होना बेशक अल्लाह के ही हाथ में है वही है जो दुनिया में हर किसी को रोजी और ग़िज़ा बांटता है.
जैसा कि कुरान में फरमाया गया है कि सूरह इसरा की आयत नंबर 30 में अल्लाह कहता है कि “तुम्हारा परवरदिगार जिसके लिए चाहता है रिज़्क़ वसी कर देता है और जिसके लिए चाहता है रिज़्क़ को तंग बना देता है ।अल्लाह अपने बंदों के हालात को खूब अच्छी तरह जानता है। उसके अलावा इंसान का रिज़्क़ कम या ज्यादा करने की वजह इंसान कई बार खुद होता है ।कई बार इंसान के कुछ अमाल ऐसे होते हैं जिसकी वजह से उसके रिज़्क़ में बरकत हो जाती है और कई अमाल ऐसे होते हैं जिसकी वजह से उसके रिज़्क़ में कमी आ जाती है और आता रिज़्क़ भी रुक जाता है।
ऐसे अमाल जिसकी वजह से आप की रोजी में बरकत हो उसमें सबसे पहला अमाल यह है कि आप हर हालत में चाहे आप के हालात अच्छे हो या बुरे हो, आप हर हाल में अल्लाह का शुक्र अदा करें । हर वो इंसान जो अल्लाह का शुक्र अदा करता है अल्लाह उसके रोजी और माल में बरकत कर देता है ।तक़वा इख़्तियार करने वाला बने क्योंकि तकवा इख्तियार करने वाले को अल्लाह और रिज़्क़ देता है. सिला रहमी करे जो सिला रहमी करता है अल्लाह उसको बढ़ा चढ़ा कर रिज़्क़ देता है। इमाम सादिक रहमतुल्लाह अलैही फरमाते है कि सिला रहमी से इंसान खुश इखलाक और उसके रिज़्क़ में बरकत होती है। रोजी की तलाश में निकले क्योंकि जो शख्स रोजी की तलाश में निकलता है अल्लाह उसकी रोजी को बढ़ा देता है.
वाल्दैन से नेकी करे वाल्दैन से नेकी करने से अल्लाह रिज़्क़ में बरकत अता करता है ।नबी ए करीम सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम की हदीस ए मुबारक में है कि वाल्दैन से नेकी करने पर रिज़्क़ में इज़ाफ़ा हो जाता है। जितना हो सके उतना ज्यादा से ज्यादा अस्तग़फार करें। हजरत अली फरमाते हैं कि गुनाहों से अस्तग़फ़ार करने से रिज़्क़ में बरकत हो जाती है। सदका दें ।सटका देने से यह ना सोचें कि आपका माल कम हो जाएगा मेरे भाइयों सदका देने से आपके माल में और ज्यादा इजाफा होगा.वजू करने के बाद चेहरे पर हाथ फेर है और कोशिश करें कि खाना खाने से पहले आप वजू करके खाना खाएं। इमाम सादिक रहमतुल्लाह अलैहि फरमाते हैं कि वजू के बाद चेहरे पर हाथ फेरने से रोज़ी में इजाफा होता है. अपने पड़ोसियों से हमेशा अच्छा सुलूक करें ।अपने एखलाके को और भी बेहतर बनाएं। खुदा वंदी से आप अल्लाह के अहकामात से मुंह न मोड़े.
झूठ हरगिज़ ना बोले अमानत में खयानत ना करें झूठी कसम हरगिज़ ना खाएं अक्सर करके देखा जाता है कि दुकानदार अपने सामान को बेचने के लिए झूठी कसम खा लेते हैं. कुछ लोग ऐसा भी करते हैं कि अपना सामान बेचने के लिए सामने वाले की दुकान के सामान को खराब कह देते हैं ।कहते हैं कि उसके सम्मान में यह दिक्कत है और वह खराबी है ऐसा हरगिज़ ना करें क्योंकि अल्लाह ने आप के लिए जो रिज़्क़ लिख दिया है वह आपको मिलकर रहेगा और जो आपका नहीं किसी और का है वह आपको कभी नहीं मिलेगा इसलिए झूठ ना बोले.