आज कल हर तरफ मुसल मान परे शान हैं। उसे तरह तरह से सताया जा रहा है। लग भग दुनिया भर के मुसल मानो का यही हाल है। क्योकि आज कल मुसल मान सिर्फ नाम के मुसल मान रह गए हैं क्योंकि वो ना ही इ’स्ला’म घर्म का पालन करते हैं। खु’दा ने अपने प्यारे न’बी स’ल्ल’ल्ला’हो अ’लै’हि व’स’ल्ल’म के जरिए हमें जिंदगी जीने का सलीका सिखाया। हमें भी उनके बताए हुए बातों पर अमल,कर खुशी खुशी जीवन बिता सकते हैं। प्यारे न’बी ने हमें वो सब कुछ बताया जो हम नहीं जानते थे।
आज हम उनकी कामों को जानेंगे जिसे जल्दी करने का हुक्म फर माया गया है। खु’दा के प्यारे न’बी स’ल्ल’ल्ला’हो अ’लै’हि व’स’ल्ल’म ने फ़र माया कि जब बच्चियां जवान हो जाए तो फौरन उसका निकाह करा देना चाहिए। क्योंकि वो उम्र बहुत ही नाजुक होता है। उस समय में लड़का लड़की कई तरह के गलत कामों में मुब्तिला हो सकता है।
इस लिए चाहिए कि जब लड़का लड़की बालीग हो तो फौरन उनका निकाह कर देना चाहिए। दुसरी बात ये है कि हमें मैयत को तुरंत दफना देना चाहिए जिससे कि मैयत को परेशा नी होती है। आम तौर पर हम अपने समाज में देखते हैं कि मै’यत को काफी देर रखा जाता है लेकिन हमें इन कामों से गुरेज करना चाहिए ताकि हम खु’दा के प्यारे न’बी की सुन्न’त की पैरवी करनी चाहिए।
तीसरी काम जिसमें वो ये है कि जब नमा’ज़ का वक्त हो तो फौरन नमाज़ अदा कर लिया जाए। जान बुझ कर न’माज़ में देर करना ग़लत है। हम लोगों में है कई लोग ऐसे होते है जो बे वजह नमा’ज़ में देरी करते हैं लेकिन ऐसा हुजुर पाक की सुन्नत नहीं है। हमें सबसे पहले नमा’ज़ पढ़नी चाहिए। इसके बाद दुनिया का सारा काम करना चाहिए क्योंकि सबसे ज़रूरी तो नमा’ज़ ही है।