अस्सलाम ओ अलैकुम दोस्तों, रोज़ की तरह एक बार फिर हम आपके बीच हैं दीन की बातों को लेकर. दोस्तों, दुनिया आज काफ़ी आगे बढ़ गई है और लोगों की ज़िन्दगी में बहुत व्यस्तता आ गयी है. इस मसरूफ़ियत की वजह से हम कई अच्छे काम नहीं कर पाते और कई काम हम ग़लत भी करते जा रहे हैं. देखा जाए तो इसमें कहीं न कहीं समाज का दोष है क्यूंकि समाज ने कुछ काम लोगों के लिए बहुत मुश्किल बना दिए हैं. आज हम ऐसी ही एक बात करने जा रहे हैं. दोस्तों, आज हम आपको मौलाना शाकिर नूरी के एक बयान के बारे में बताने जा रहे हैं.
उन्होंने ज़िना करने वाले लोगों के लिए ये बातें कहीं हैं. उन्होंने बताया कि जो लोग ज़िना करते हैं उन पर 6 मुसीबतें आती हैं. सबसे पहली मुसीबत तो उन पर यही आती है कि दुनिया में उनकी इज़्ज़त ख़त्म हो जाती है, लोग उन्हें जगह-जगह ज़लील करने लगते हैं. दूसरी मुसीबत आती है कि उनकी रोज़ी से बरकत ख़त्म हो जाती है. वो तंगदस्ती का शिकार हो जाते हैं. अल्लाह ऐसे लोगों से नाराज़ हो जाता है और यही वजह है कि इनकी रोज़ी से बरकत छीन ली जाती है. तीसरी मुसीबत ये आती है कि अल्लाह उससे नाराज़ हो जाता है और जब आख़िरत में वो ख़ुदा से मिलेगा तो ख़ुदा उससे नाराज़ होगा.
चौथी मुसीबत ये आती है कि उससे उसका हिसाब सख्त लिया जाएगा. अल्लाह उससे नाराज़ है इसलिए उसका हिसाब भी सख्त होगा. पांचवी ये कि उसकी उम्र कम हो जाती है. और ज़िना करने वाले के बदन से बदबू आती है, कोई उसके क़रीब खड़ा न होना चाहेगा. दोस्तों, ज़िना करने से इस तरह की मुसीबतें आती हैं, इसलिए ज़रूरी ये है कि ऐसे बुरे कामों से बचें. हालाँकि इन बुरे कामों से दुनिया को बचाने के लिए समाज को भी कई क़दम उठाने चाहियें.
समाज ने बहुत सी चीज़ें मुश्किल बना दी हैं, आज शादी करने के लिए ही लाखों रुपए का इंतज़ाम करना होता है. आजकल जो दौर है उसमें शादियाँ लड़का-लड़की की होती हैं लेकिन उससे ज़्यादा उनके घरवाले इसमें इन्वोल्व रहते हैं.शादियाँ लोगों के लिए स्टेटस सिंबल बन गयी हैं. इस वजह से कई बार लड़का और लड़की की मर्ज़ी को भी दरकिनार कर दिया जाता है.