अस्सलाम ओ अलैकुम दोस्तों, हम एक बार फिर हाज़िर हैं दीन की बातें लेकर. दोस्तों, हम आज आपको एक ऐसा किस्सा बताने जा रहे हैं जिससे आपको सेब की एहमियत का अंदाज़ा होगा. यूँ तो हम सभी जानते हैं कि सेब की अपनी ख़ास एहमियत होती है और ये सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है. आज हम आपको इस बारे में एक इस्लामी वाक़या बताने जा रहे हैं. एक बार हज़रत अली के पास एक शख्स आया.
उस शख्स ने हज़रत अली से कहा कि मैं बहुत दिनों से बीमार चल रहा हूँ और बीमारियाँ ख़त्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. उसने बताया कि कई तरह के इलाज करने के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला है. उसने कहा कि मैं लगातार बीमारियों में हूँ. इस पर मुझे बताइये कि मैं क्या करूँ. हज़रत अली ने कहा कि मैंने ख़ुदा के रसूल (स.अ.व.) से सुना है कि जो इंसान सेब खाता है अल्लाह उसे शिफ़ा देता है.
उस शख्स ने कहा कि जो भी चाहता है वो आपसे पूछता है, आप इल्म के दरवाज़े हैं. आप ज़मीन से ज्यादा आसमानों के रास्ते जानते हैं तो एक सवाल मेरे ज़हन में हैं. उसकी बात सुनकर हज़रत अली ने कहा कि पूछो सवाल. उस शख्स ने पूछा कि या अली ख़ुदा के महबूब और आप हर बीमार को सेब खाने के लिए क्यों कहते हैं. इस बात को सुनकर आपने ये जवाब दिया कि ए शख्स याद रखना जब खुदा के नबी हज़रत आदम की जब तौबा कबूल हुई तो वह अपनी बीवी से जा मिले. कुछ ही दिन के बाद जैसे ही बीवी हव्वा के माँ बनने के दिन क़रीब आये और वो बीमार रहने लगीं.
उस समय उनकी परेशानी देखकर अल्लाह के नबी ने खुदा से फ़रमाया कि या अल्लाह इस दुनिया में हमारे सिवा कोई और इंसान नहीं. या अल्लाह मेरी बीवी को शिफा अतः करना. उनकी बात सुनकर खुदा ने फरिश्तों से कहा कि जाओ और जन्नत से कुछ सेब लेकर आओ और इन्हें दे दो. जन्नत का यह सेब खाकर बीवी हव्वा ठीक हो गईं. इससे पता चलता है कि सेब में क्या ख़ास बात है. हर इंसान को फलों में सेब को ज़रूर खाना चाहिए.