लखनऊ | 22 जून
समाजवादी पार्टी ने सोमवार को तीन विधायकों को पार्टी से निष्कासित करने की घोषणा की है। पार्टी की ओर से जारी एक आधिकारिक सोशल मीडिया संदेश में कहा गया है कि इन विधायकों की “विभाजनकारी, नकारात्मक और पीडीए विरोधी विचारधारा” के चलते यह कार्रवाई जनहित में की गई है।
निष्कासित विधायक इस प्रकार हैं:
1. अभय सिंह — विधायक, गोशाईगंज
2. राकेश प्रताप सिंह — विधायक, गौरीगंज
3. मनोज कुमार पाण्डेय — विधायक, ऊँचाहार
पार्टी के बयान में कहा गया है कि इन जनप्रतिनिधियों को पहले ‘हृदय परिवर्तन’ के लिए अनुग्रह-अवधि (grace period) दी गई थी, जो अब समाप्त हो चुकी है। उनके आचरण को पार्टी की मूल विचारधारा के विरुद्ध बताया गया है।
विचारधारा के टकराव को बताया निष्कासन का कारण—
समाजवादी पार्टी के आधिकारिक वक्तव्य में कहा गया:
“समाजवादी पार्टी सौहार्दपूर्ण और सकारात्मक विचारधारा की पक्षधर रही है। इसके विपरीत साम्प्रदायिक, विभाजनकारी और किसान, महिला, युवा, कारोबारी, नौकरीपेशा और ‘पीडीए विरोधी’ विचारधारा को पार्टी स्वीकार नहीं कर सकती।”
पार्टी ने यह भी स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी ‘जनविरोधी’ तत्वों को संगठन में कोई स्थान नहीं मिलेगा और पार्टी के मूल विचार की विरोधी गतिविधियाँ अक्षम्य मानी जाएंगी।
‘शेष विधायकों’ को चेतावनी: ‘अच्छे व्यवहार’ की समय-सीमा शेष
बयान में यह संकेत भी दिया गया है कि कुछ अन्य विधायक, जिन पर भी इसी तरह की विचारधारा से जुड़ी आशंका है, उनके लिए ‘अच्छे व्यवहार’ के आधार पर अनुग्रह-काल अभी शेष है। यानि कि आगे और निष्कासन संभव हैं।
⸻
राजनीतिक विश्लेषण
राजनीतिक हलकों में इसे 2027 विधानसभा चुनावों की पृष्ठभूमि में संगठनात्मक अनुशासन और विचारधारा की स्पष्टता के रूप में देखा जा रहा है। सपा नेतृत्व संकेत दे रहा है कि वह अब सख़्त वैचारिक अनुशासन के साथ पार्टी को मज़बूत करना चाहता है।