बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेताओं का जिक्र हो और सुनील दत्त का नाम न लिया जाए, भला ऐसा कैसे हो सकता है। सुनील दत्त अपने जमाने के जाने माने अभिनेता हैं, जिन्होंने अपनी एक्टिंग से करोड़ों लोगों का दिल जीत लिया था। खास बात तो ये है कि सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पाकिस्तान में भी उनकी काफी अच्छी फैन फॉलोइंग थी, जो उनके सुपरस्टार होने की गवाही देती है। आज सुनील दत्त का जन्मदिन है, और इस मौके पर हम आपको उनकी जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं।
सुनील दत्त का जन्म 6 जून 1929 को हुआ। अपने करियर में उन्होंने एक से बढ़कर एक फिल्म दी और खूब पैसा भी कमाया। लेकिन उनकी लाइफ में एक दौर ऐसा भी आया जब वह पूरी तरह कर्ज में डूब गए थे और अपना घर, अपनी गाडियां सब गिरवी रख चुके थे। तो आइए जानते हैं ये वाकया। छोटी सी उम्र से ही सुनील दत्त ने काफी मुश्किलों का सामना किया है। वह काफी छोटे थे जब उन्होंने अपने पिता को खो दिया था।
जानकारी के अनुसार वह सिर्फ 5 साल के ही थे, जब उनके पिता ने दुनिया से अलावा कहा। उनकी मां ने उनकी परवरिश की। जब सुनील दत्त पढ़ाई के लिए मुंबई पहुंचे तो उनके पास पैसों की कमी थी, जिसके कारण उनको एक बस कंडक्टर के तौर पर भी नौकरी करनी पड़ी। हालांकि ये काम उन्हें ज्यादा समय नहीं करना पड़ा, क्योंकि उनको जल्दी ही रेडियो सेयलॉन में अनाउंसर की नौकरी मिल गई।
इसके बाद धीरे धीरे उनकी पहचान बनी और साल 1955 में उन्हें पहली फिल्म भी मिल गई। जिसके बाद उन्होंने सफलता की सीढ़ी चढ़ना शुरू करदी। लेकिन फिर वो वक्त आया जब सुनील दत्त ने सब कुछ खो दिया और लाखों के कर्जे में डूब गए। ये वक्त फिल्म ‘रेशमा और शेरा’ की शूटिंग के बाद आया। दरअसल, इस फिल्म को खुद सुनील दत्त ने प्रोड्यूस किया था और इसका डायरेक्शन सुखदेव कर रहे थे।
फिल्म की शूटिंग भी लगभग पूरी हो चुकी थी, लेकिन सुनील डायरेक्टर के काम से खुश नहीं थे। जिसके चलते उन्होंने खुद ही फिल्म को फिर से शूट करना शुरू किया। इस दौरान उन्होंने करीब 60 लाख का कर्जा लिया और फिल्म भी चल नहीं पाई। सुनील दत्त इस दौरान पूरी तरह से कर्जे में घिर गए थे और उन्होंने अपना घर, गाडियां सब कुछ गिरवी रख दिया था।
इसको लेकर सुनील दत्त से एक बार इंटरव्यू में सवाल भी किया गया था। जिसमें वह कहते हैं कि “मैं उस वक्त दिवालिया हो गया था और मुझे अपनी कारें बेचनी पड़ी थी। मैं बस में सफर करने लगा था, मैंने बस अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने के लिए एक कार रखी और मेरा घर तक गिरवी हो चुका था।” हालांकि बाद में सब कुछ ठीक हो गया और सुनील दत्त ने फिर एक बार अपना रुतबा हासिल किया। आज उनकी पहचान एक एक्टर और राजनेता के तौर पर की जाती है।