लखनऊ: मौलाना डॉक्टर यासीन उस्मानी (Dr Yaseen Usmani) धार्मिक और सामाजिक रहनुमा होने के साथ सपा का एक बड़ा चेहरा भी हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कई सीटों पर हमने देखा कि डॉक्टर उस्मानी का प्रभाव मुस्लिम वोटर्स में है. यूं तो मुस्लिम सपा का कोर वोटर माना जाता है लेकिन डॉक्टर उस्मानी के दौरों से मुस्लिम वोटर बढ़चढ़कर हिस्सा लेते हैं.
कुछ जानकार मानते हैं कि आज़म ख़ान की अनुपस्थिति में डॉक्टर उस्मानी जैसे नेताओं को पार्टी को आगे बढ़ाना चाहिए और बाक़ी के तीन चरणों में इनका उचित इस्तेमाल करना चाहिए. डॉक्टर उस्मानी समाजवादी अल्पसंख्यक सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं. मुलायम सिंह यादव के क़रीबी माने जाने वाले उस्मानी लम्बे समय से सपा से जुड़े हुए हैं.
यूँ तो डॉक्टर उस्मानी की पॉपुलैरिटी मुस्लिम समाज में अधिक है लेकिन अन्य वर्ग के लोग भी उन्हें ख़ासा पसंद करते हैं.