इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत साल 2008 में हुई। जिसके बाद से लगातार हर साल दर्शक इसका आनंद उठाते हैं। जब IPL का आगाज हुआ था तब इसमें मात्र 8 टीमें उतारी गई थीं। लेकिन अब कुल 10 टीमें इस लीग में उतरती हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि आईपीएल फ्रेंचाइजी सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं है। बल्कि ये फ्रेंचाइजी दुनिया भर में होने वाली बड़ी लीग्स में भी अपनी टीमें उतारती है।
इस बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जिसने सबको सोच में डाल रखा है। गौरतलब हैं कि अब तक आईपीएल फ्रेंचाइजी खिलाड़ियों को कॉन्ट्रैक्ट पर अपने साथ टीम में जोड़ती आई है। लेकिन अब खिलाड़ियों को कॉन्ट्रैक्ट पर नहीं बल्कि सालाना अनुबंध करने की सोचा जा रहा है। ये एक बड़ा फैसला होगा क्योंकि इसके लिए खिलाड़ी को अधिकतम 50 करोड़ रुपये तक मिल सकते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार इसके लिए इंग्लैंड के 6 खिलाड़ियों से बातचीत भी हो चुकी है। फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार सिर्फ इंग्लैंड के ही नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, वेस्टइंडीज और साउथ अफ्रीका के खिलाड़ियों को भी इसी तरह के ऑफर आए हैं। सोचने वाली बात ये है कि ये बड़ा ऑफर कहीं बीसीसीआई के लिए मुश्किल तो खड़ी नहीं कर देगा.?
एक्सपर्ट्स की मानें तो ये ऑफर BCCI के लिए एक बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकता है, क्योंकि सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के तहत टॉप ग्रेड के खिलाड़ी को अधिकतम 7 करोड़ मिलते हैं। हालांकि मैच फीस इसको अलग हटा के दी जाती है। एक अनुमान लगाया जाए तो एक साल में भारतीय टीम कुल 70 से 75 इंटरनेशनल मुकाबले खेलती है। ऐसे में अगर हर मैच की फीस जोड़ी जाए तो ये करीब 4 करोड़ रुपए सालाना एक खिलाड़ी के बैठती है।
अगर इस राशि की तुलना 50 करोड़ रुपए से की जाए तो यकीनन ये काफी कम है। ऐसे में BCCi के आगे एक बड़ी मुसीबत आना तय है। देखना होगा की इस बड़े ऑफर के लिए बीसीसीआई का क्या फ़ैसला रहने वाला है। मिली जानकारी के अनुसार सऊदी अरब भी आईपीएल की तर्ज पर बड़ी टी20 लीग आयोजित करने की प्लानिंग कर रहा है।