गुजरात में विधानसभा चुनाव की तारीख़ों की घोषणा हो चुकी है. पिछले कई विधानसभा चुनाव में मुक़ाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच रहा है और शायद पिछला ही एक चुनाव ऐसा रहा जिसमें कांग्रेस भाजपा को कुछ टक्कर देती दिखी. भाजपा इस राज्य में लगातार चुनाव जीत रही है लेकिन कांग्रेस ने जिस तरह पिछले चुनाव में उसे टक्कर दी, उससे कई राजनीतिक विश्लेषकों को लगा कि गुजरात में भी भाजपा को हराया जा सकता है. दिल्ली और पंजाब की सत्ता पर क़ाबिज़ आम आदमी पार्टी भी इस बार के चुनाव में ख़ासी सक्रिय है.
6 महीने पहले आम आदमी पार्टी को कोई ख़ास तवज्जो नहीं दे रहा था लेकिन पिछले 6 महीने में जिस तरह आम आदमी पार्टी ने माहौल बनाया है उसके बाद कांग्रेस और भाजपा दोनों को डर लग रहा है. अभी ये बात कहना ज़रा मुश्किल है कि जो दावे आम आदमी पार्टी कर रही है वैसा परफॉरमेंस चुनाव में देखने को मिलेगा या नहीं लेकिन जिस तरह से मीडिया ने ‘आप’ को इम्पोर्टेंस दी है, उससे लगता है कि गुजरात में इस बार मुक़ाबला त्रिकोणीय होने जा रहा है.
आम आदमी पार्टी राज्य में बेहद आक्रामक प्रचार कर रही है. पार्टी के नेता अरविन्द केजरीवाल ने तो यहाँ तक दावा कर दिया कि राज्य में उनकी सरकार बनेगी और कांग्रेस को पाँच से भी कम सीटें मिलेंगी. वहीं गुजरात में उन्होंने अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार इसुदान गढ़वी को बनाया है. इसुदान पहले टीवी एंकर थे, टीवी एंकर के पद को छोड़कर वो सियासी मैदान में उतरे हैं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने एक प्राइवेट चैनल के प्रोग्राम में कहा कि बीजेपी और कांग्रेस में पति-पत्नी/भाई-बहन का रिश्ता है. इसलिए ये लड़ाई आप बनाम भाजपा-कांग्रेस की है. बीजेपी ने गुजरात के सभी टीवी चैनलों को धमकी दी है कि वे AAP के किसी नेता को अपने डिबेट शो में न बुलाएं. प्रोग्राम के दौरान उन्होंने भाजपा के साथ सीबीआई पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि BJP ने मुझे दिया ऑफर, गुजरात चुनाव मत लड़िए, सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया को छोड़ देंगे.’ सीबीआई ने मनीष सिसोदिया से पूछताछ कम की और ये ज्यादा बोला कि केजरीवाल का साथ छोड़ दो आपको सीएम बना देंगे. सीबीआई ने बार बार सिसोदिया से ये कहा.
गुजरात की 182 विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में 1 दिसंबर और 5 दिसंबर को मतदान होंगे. चुनाव के परिणामों का ऐलान हिमाचल प्रदेश के साथ 8 दिसंबर को किया जाएगा.