सऊदी अरब में कच्चे तेल और गैस के भंडार पाए जाते हैं, यह तो हम सभी जानते हैं। अब सऊदी अरब से सोने और तांबे के भंडार भी मिले हैं। सऊदी अरब सरकार के लिए यह बहुत ही बड़ी बात है। क्योंकि देश में सोने और तांबे के नहीं भंडार मिलने की वजह से इंटरनेशनल और स्थानीय निवेशक देश की इकॉनमी में और भी ज्यादा निवेश करेंगे।
सऊदी अरब के भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग ने यह ऐलान किया है कि देश की जमीन से सोने और तांबे के नए भंडार मिले हैं। जोकि मदीना के अबा अल-राहा, उम्म अल-बराक शील्ड, हिजाज की सीमाओं पर मौजूद हैं। बताया जाता है कि मदीना के इस इलाके में सोने के भंडार मिलने पर काफी खुशी मनाई जा रही है। यह इसलिए खास है क्योंकि पहले उम्म अल-बराक शील्ड में सोने के अयस्क की कमी थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी अरब में सोने और तांबे के अयस्क स्थलों की हुई खोज से अब इंटरनेशनल इन्वेस्टर्स सऊदी अरब में इन्वेस्ट करने को लेकर आकर्षित हो रहे हैं। इसके साथ ही देश में बड़ी तादाद में नए रोजगार पैदा होने की उम्मीद भी की जा रही है। इस मामले में सऊदी अरब विश्लेषकों का कहना है कि देश में हुई इस नई खोज से खनन के लिए नई संभावनाएं बनेंगी और निवेश के भी नए रास्ते खुलेंगे।
खास तौर पर सऊदी अरब के क्रॉउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के विजन 2030 में यह एक अहम भूमिका निभाएगा। क्रॉउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के इस विजन से सऊदी अरब की आर्थिक व्यवस्था को तेल से हटाकर अलग-अलग चीजों पर स्थापित किए जाने पर जोर देना है। फिलहाल सऊदी अरब सोने के सबसे बड़े धारक के रूप में दुनिया भर के देशों में 18वें नंबर पर आता है।
ऐसे में सोने और तांबे के नए भण्डार मिलने से सऊदी सरकार को बड़े स्तर पर आर्थिक फायदा पहुंचेगा। हाल ही में सऊदी अरब द्वारा बताया गया था कि इस दशक के अंत तक सऊदी अरब माइनिंग सेक्टर में 170 बिलियन डॉलर के निवेश की उम्मीद कर रहा है।