Tuesday

22-04-2025 Vol 19

ऐसा राज़ जिसका जवाब अल्लाह के रसूल ने ही दे दिया, मरने वाले इंसान की आंख क्यों खुली रह जाती है, आप भी….

राज़ जिसका जवाब नबी ने दिया: कुछ ऐसे सवाल होते हैं जिसके जवाब बहुत ही मुश्किल होते हैं लोग तरह-तरह के जवाब देते हैं लेकिन असल जवाब वह है जिसको अल्लाह के रसूल ने खुद फरमाया हो आमतौर पर सवाल किया जाता है कि मरने के बाद मैयत की आंख खुली क्यों रह जाती है आपने बहुत लोगों को देखा होगा जिनकी जान निकल जाती है उनकी आंख खुली रह जाती है दूसरे लोग उनकी आंख को बंद कर देते हैं इस हवाले से लोग साइंस के द्वारा दिया गया जवाब भी पेश करते हैं कि मरने के बाद मय्यत की आंख क्यों खुली रह जाती है।

उसका जवाब खुद नबी पाक देते हुए अल्लाह करीम के राज़ से क्यामत तक आने वाले इंसान को आगाह फरमा दिया था आप ने फरमाया था कि जब कोई आदमी मरता है तो उसकी आंखों के सामने एक ऐसा मंजर देख रहा होता है जो जिंदो को नजर नहीं आता हदीस की बड़ी किताब अबु मुस्लिम, और इब्न माजा की रिवायत के अनुसार जब सहाबी रसूल है अबु सलमा रजि अल्लाह हू अन्हो का आखिरी वक्त आया तो रसूल पाक उनको देखने के लिए तश्रीफ ले गए ।

उस वक्त उनका आखिरी वक्त चल रहा था घर में पूरा माहौल गमगीन था और घर के एक कोने में औरतें रो रही थी इस मौके पर आप ने फरमाया मय्यत की जान निकल रही होती है तो उसकी आंखें परवाज करने वाली रूह का पीछा करती हैं फरमाया कि तुम देखते नहीं कि आदमी मर जाता है तो उसकी आंख खुली रह जाती है।

जब अबु सलमा रज़ि अल्लाहू अन्हु की जान निकल गई तो आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने अपने हाथ मुबारक से उनकी आंखें बंद कर दी इस मौका पर आप ने अबू सलमा के घर की औरतें जो रो रही थी उनको तलकीन फरमाई मैयत पर बैन मत करो अपने लिए बद्दुआ नहीं बल्कि भलाई की दुआ ही मांगे क्योंकि फरिस्ते उसके घर वालों की दुआ या बद्दुआ पर आमीन कहते हैं। (राज़ जिसका जवाब नबी ने दिया)

News Desk

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