वॉशिंगटन डीसी: सूडान में हालात दिन ब दिन ख़राब (Sudan News Hindi) होते जा रहे हैं. अफ़्रीकी देश में सत्ता को लेकर दो प्रतिद्वंदी नेताओं में भारी हिंसक संघर्ष चल रहा है. इस बीच हर देश कोशिश में है कि सूडान से अपने नागरिकों को सुरक्षित वापस देश ले आये. अमरीकी राष्ट्रपति जो बाईडेन ने शनिवार की शाम कहा कि अमेरिकी सेना ने सूडान से अपने दूतावास कर्मियों को बाहर निकालने का काम पूरा कर लिया है। उन्होंने सूडान में जारी हिंसा को ख़त्म करने की मांग की.
अमरीकी नागरिकों को फिलहाल इथिओपिया ले जाया गया है. इस मिशन की जानकारी रखने वाले अमेरिका के दो वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि दूतावास कर्मियों को इथियोपिया में किसी अज्ञात स्थान पर ले जाया गया। सूडान में दो कमांडर के बीच जारी संघर्ष में 400 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। दूसरे सप्ताह भी जारी इस संघर्ष का सूडान की सीमाओं से परे भी असर पड़ने की आशंका है। बाइडन ने एक बयान में कहा, ”मुझे हमारे उन दूतावास कर्मियों की असाधारण प्रतिबद्धता पर गर्व है, जिन्होंने पूरे साहस और पेशेवर तरीके से अपने कर्तव्य का निर्वहन किया और सूडान के लोगों के साथ अमेरिका की मित्रता और संबंधों को मूर्त रूप दिया।”
उन्होंने कहा, ”मैं हमारी सेना के बेजोड़ कौशल का आभारी हूं, जो उन्हें (दूतावास कर्मियों को) सफलतापूर्वक लेकर आई।” बाइडन ने इस अभियान में मदद करने के लिए जिबूती, इथियोपिया और सऊदी अरब को भी धन्यवाद दिया। सूडान में फिलहाल हिंसा ख़त्म होने का कोई संकेत नहीं मिल रहा है. बाइडन ने कहा, ”सूडान में जारी त्रासदीपूर्ण हिंसा पहले ही सैकड़ों निर्दोष लोगों की जान ले चुकी है। यह अनुचित है और इसे रोका जाना चाहिए।” उन्होंने कहा, ”हिंसा में शामिल पक्षों को तत्काल और बिना शर्त संघर्ष विराम लागू करना चाहिए, निर्बाध मानवीय (सहायता) पहुंच की अनुमति देनी चाहिए और सूडान के लोगों की इच्छा का सम्मान करना चाहिए।”
इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इस सिलसिले में बयान दिया है. उन्होंने एक बयान में कहा, ”इस व्यापक लड़ाई के कारण बड़ी संख्या में आम नागरिक मारे गए और घायल हुए तथा आवश्यक बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा। हमारे दूतावास के कर्मियों के लिए एक अस्वीकार्य जोखिम पैदा हुआ।” (Sudan News Hindi)