इंसान कुछ भी कर ले लेकिन कहीं न कहीं वो मजबू’र तो होता ही है. एक इंसान की ज़िन्दगी के लिए सबसे ज़रूरी है कि उसका पेट भरा न रहे तो कम से कम उसे कुछ तो मिलता रहे. इस पेट के लिए इंसान क्या कुछ नहीं करता. इंसान अपने पेट के लिए वह कुछ कर जाता है जो आदमी सोच भी नहीं सकता विदेशों में अपने परिवार को चलाने के लिए लोग कई कई वर्ष गुज़ार देते हैं सिर्फ इस उम्मीद में कि उनका परिवार सुखी रहे कुछ मामले ऐसे भी सामने आए हैं.
जिनको सुनकर आदमी के आंख से आंसू जारी हो जाये.सऊदी अरब में किसी घर मे सऊदी औरत ने देखा कि उसकी खद्दामा (नौकरानी) बाथरूम में बार-बार जाती है और थोड़ी देर रहती है और बाथरूम से अजीब आवाज़ सुनाई देती है उसने सोचा कि शायद इसको कोई तकलीफ है इसलिए बार-बार बा’थ’रूम जा रही है.
लेकिन कुछ दिन बाद ऐसे ही चलता रहा एक दिन सऊदी औरत को श’क हुआ कि शायद कोई गड़’बड़ मामला है सऊदी औरत ने एक काम शुरू किया जैसे ही नौकरानी बाथरूम में जाती तो वो कान लगाकर खड़ी हो जाती और जब वह बाहर आती तो सऊदी औरत बाथरूम में जाकर देखती कि मामला क्या है लेकिन वहां उसको कोई ऐसी चीज नहीं दिखाई दी जिस से उसको मालूम हो कि असल मामला किया है.
सिर्फ उसको दर्द की आवाज सुनाई देती आखिर एक दिन उसने अपनी खद्दामा (नौकरानी) को बुलाया और उससे उन आवाजों के बारे में पूछा तो पहले नौकरानी खामोश रही लेकिन बार-बार पूछने पर उसने एक जो कहानी बताई जिसको सुनकर पैरों तले से जमीन खिसक जाए. उस नौकरानी ने बताया उसका एक दूध पीता बच्चा है जिसके बारे में आपको नहीं बताया जब मैं काम के लिए आती हूं तो उसको घर ही छोड़ आती हूं और उसका पिता उसका ख्याल रखता है अपांग पैर से नही चल पाता है इस वजह से कामकाज नहीं कर सकता है.
दूध पिलाने की टाइम छा’ती दूध से भर जाती है जिस से मुझे बहुत द’र्द शुरू हो जाता है इस लिये बार बार दू’ध निकालने के लिये मुझे बाथरूम जाना पड़ता है दू’ध निकालते वक़्त तकलीफ होती है. जिसको बर्दाश्त नही कर पाती मुंह से आवा’ज़ निकल जाती हैजब सऊदी औरत को ये बात मालूम हुई उसने अफसोस का इजहार किया और उसने नौकरानी से कहा तुम अपने बच्चे को अपने साथ लाया करो और उसकी तनख्वाह भी बढ़ा दी ताकि अपने बच्चे का अच्छे से ख्याल रख सके.