फ्रांस की राजधानी पेरिस स्थित विश्वप्रसिद्ध लूवर म्यूज़ियम को रविवार सुबह एक सनसनीखेज़ चोरी की घटना के बाद अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा। पुलिस के अनुसार, चोरों ने महज सात मिनट में 19वीं सदी के आठ बेशकीमती शाही गहने चुरा लिए।
पावर टूल्स से प्रवेश, स्कूटरों पर फरार
वारदात सुबह 9:30 से 9:40 बजे के बीच हुई, जब म्यूज़ियम में विज़िटर की एंट्री शुरू ही हुई थी। जांच में सामने आया है कि चार चोर एक हाइड्रोलिक लिफ्ट ट्रक के जरिए सीन नदी के पास स्थित म्यूज़ियम की बालकनी तक पहुंचे।
इसके बाद दो नकाबपोश आरोपी बैटरी से चलने वाले डिस्क कटर की मदद से कांच काटकर भीतर घुसे, सुरक्षा कर्मियों को धमकाया और दो शोकेस तोड़कर गहने लेकर फरार हो गए।
किन गहनों की हुई चोरी?
चोरी हुए गहनों में हजारों हीरों और रत्नों से जड़े निम्नलिखित शाही आभूषण शामिल हैं:
• महारानी यूजीन (नेपोलियन तृतीय की पत्नी) का ताज और ब्रोच
• महारानी मेरी लुईज़ का पन्ने का हार और बालियां
• महारानी मेरी-अमेलि और हॉर्तेंस का नीलम सेट (ताज, हार और एक बाली)
• एक रिलिक्वेरी ब्रोच
चोरी के बाद मौके के पास दो वस्तुएं मिली हैं, जिनमें महारानी यूजिनी का ताज शामिल है, जिसे संभवतः भागते समय गिरा दिया गया।
“बिना हिंसा के, बेहद पेशेवर तरीके से अंजाम दी गई वारदात”
फ्रांस की संस्कृति मंत्री राशिदा दाती के अनुसार, “सीसीटीवी फुटेज में चोर बेहद शांत और योजनाबद्ध तरीके से अंदर आते दिखे। पूरे ऑपरेशन में सात मिनट से भी कम समय लगा।”
गृह मंत्री लॉरेंट न्युनेज़ ने इन गहनों को “अमूल्य सांस्कृतिक धरोहर” बताया है।
1911 की मोनालिसा चोरी की याद ताज़ा
लूवर में इससे पहले सबसे चर्चित चोरी 1911 में मोनालिसा पेंटिंग की थी, जो बाद में बरामद हो गई थी। इसके बाद 1983 और 1998 में भी चोरी की घटनाएं दर्ज हुईं।
हालिया घटनाओं से फ्रांस के म्यूज़ियमों की सुरक्षा पर सवाल
• पिछले महीने लिमोज़ स्थित संग्रहालय से 9.5 मिलियन यूरो की चीनी मिट्टी की कलाकृतियां चोरी हुईं।
• नवंबर 2024 में पेरिस के कॉन्याक-जे म्यूज़ियम से सात ऐतिहासिक वस्तुएं गायब हुईं।
• उसी महीने बर्गंडी के हीरॉन म्यूज़ियम में हथियारबंद लुटेरों ने करोड़ों की कलाकृतियां लूटीं।
फिलहाल चार संदिग्धों की तलाश जारी है, जबकि पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर फरार रूट की जांच कर रही है।