तेहरान / वॉशिंगटन / दोहा | 24 जून
ईरान और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव ने सोमवार रात एक और खतरनाक मोड़ ले लिया, जब ईरान ने इराक़ और क़तर स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डों पर मिसाइलें दागीं। ईरानी मीडिया ने इस जवाबी सैन्य कार्रवाई को “Promise of Victory” नाम दिया है।
इराक़ में ‘ऐन अल-असद’ बेस पर हमला
Reuters के अनुसार, सोमवार रात इराक़ के पश्चिमी क्षेत्र में स्थित Ain Al-Assad अमेरिकी बेस पर ईरान द्वारा मिसाइल हमला किया गया। इसके बाद अमेरिकी सेना ने एयर डिफेंस सिस्टम सक्रिय कर दिया। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, 6 मिसाइलें दागी गईं।
क़तर में ‘अल-उदीद’ बेस भी बना निशाना
ईरानी सरकारी टीवी और IRGC (इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स) ने दावा किया कि क़तर की राजधानी दोहा में स्थित अल-उदीद एयर बेस पर भी हमला किया गया है। CNN ने पुष्टि की है कि ईरान ने कुल 11 मिसाइलें अमेरिकी ठिकानों पर दागीं।
Reuters की रिपोर्ट में कहा गया कि दोहा शहर में धमाकों की आवाज़ें सुनी गईं। हालांकि, फिलहाल अमेरिकी पक्ष ने हताहतों या नुकसान की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
यूएई और क़तर ने बंद किया एयरस्पेस
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, ईरानी हमले के बाद संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और क़तर दोनों ने अपने हवाई क्षेत्र को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।
क़तर का शांति का आह्वान
क़तर के विदेश मंत्रालय ने घटना के बाद एक बयान जारी कर तनाव समाप्त करने और वार्ता की मेज़ पर लौटने की अपील की है। मंत्रालय ने कहा:
“हम सभी पक्षों से संयम बरतने और युद्ध की ओर बढ़ते हालात को रोकने की अपील करते हैं।”
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‘Promise of Victory’: ईरान की रणनीति का नया चरण
ईरानी IRIB ने इस हमले को “प्रतिशोध की पहली लहर” बताया है और संकेत दिए हैं कि यदि अमेरिका या उसके सहयोगियों की ओर से आगे कोई हमला हुआ, तो ईरान इससे भी बड़ा जवाब दे सकता है।