हजरत आयशा रजि अल्लाह अन्हो अबू बकर सिद्दीक रजि अल्लाह अन्हु की बेटी है और हुजूर पाक की बीवी है 1 दिन रसूलुल्लाह ने हज़रत आयेशा रज़ि० से फरमाया जो ची चाहे मांग लो हज़रत आयेशा रज़ि० ने अर्ज़ किया की वो राज़ बताइए जिससे तमाम गुनाह माफ हो जाएं हुजूर पाक ने फरमाया वह राज़ ये है कि जब कोई मोमिन किसी दूसरे मोमिन की कांटा चुभने के बराबर तकलीफ दूर करता है तो अल्लाह उसके तमाम गुनाह माफ कर देता है और जन्नत में उसको आला दर्जा मिलेगा
जब सहाबा कराम को यह मालूम हुआ तो बेहद खुश हुए लेकिन हजरत अबू बकर सिद्दीक़ रज़ि अल्लाहू अन्हु रोने शुरू कर दिए सहाबा को ताज्जुब हुआ उन्होंने पूछा आप क्यों रोते हैं हज़रत अबू बकर सिद्दीक ने जवाब दिया मैं इसलिए रोता हूं कि जब दूसरों का दुख दूर करना गुनाहों की माफी और जन्नती होने का जरिया बन सकता है तो उन लोगों का क्या होगा जो दूसरों को दुख पहुंचाते हैं ।
एक चीनी डॉक्टर एक दिन मस्जिद में गया उसने देखा कि एक मुसलमान हाथ मुंह धो रहा है वह मुसलमान के पास गया और पूछा कि जिस तरीके से आप मुंह हाथ धो रहे हैं यह तरीका आपको किसने सिखाया है मुसलमान ने जवाब दिया हम इस तरह मुंह हाथ धोने को वजू कहते हैं और यह तरीका हमारे नबी पाक ने हमको सिखाया है हम दिन में 5 बार वज़ू करते हैं।
उस चीनी डॉक्टर ने कहा मैं आपके नबी से मिलना चाहता हूं वह कहां रहते हैं वह शख्स बोला वो तो 14 साल पहले पर्दा फरमा गए है वह बोला मैं चीनी तरीका इलाज का माहीर डॉक्टर हूं हम जानते हैं कुदरत ने इंसान के जिसम में खाल के नीचे 66 जगह पर एक खास तरीके से मसाज किया जाता है जिससे 50 से ज्यादा बीमारियों का असरदार इलाज होता है मैंने देखा कि आप जिस तरीके से वज़ू कर रहे थे उसमें आपने वज़ू के दौरान जिस्म की ऐसी 62 जगह पर हाथ से मसाज किया जहां कुदरत ने सुइच लगाया है ।
और दिन में 5 दफा वजू करने की वजह से आपकी बहुत सी बीमारियां खुद खत्म हो जाती हैं आपको पता भी नहीं चलता जिसका आपको हिसाब भी नहीं होता । हजरत अब्दुल्ला रज़ि अल्लाह अन्हु की रिवायत है कि रसूल अल्लाह सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया बंदा मोमिन जब वजू करता है उसमें कुल्ली करता है तो उसके मुंह के गुनाह झड़ जाते हैं और जब नाक में पानी डालकर उसे झाड़ता है तो उसकी नाक के गुनाह झड़ जाते हैं और जब चेहरा धोता है तो उसके चेहरे के गुनाह झड़ जाते हैं