दोस्तों आप सभी जानते है की इस्लाम में बहुत सारी चीज़े मर्दो पर भी हराम किया गया है औरतो के साथ साथ मर्दो पर भी बहुत सारी पावंदी लगाया गया है सदियों से लेकर अभी तक हीरे जवा हरात लोगों की पसंद के साथ साथ प्रतिष्ठा से भी जुड़ा होता है। जिस इंसान की जितनी हैसि’यत होती है वो उतना हीरे जवा हरात अपने पास रखकर अपनी शोभा बढ़ाता है इसमें ना तो मर्द ना ही औरतों किसी से पीछे नहीं हैं। वहीँ यह भी आज के ज़माने में एक सच है कि अब लोग आभुषणों को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ते हैं। प्राचिन काल में तो मर्द में आभुषणों का आम चलन था।
वे बड़े बड़े होने के गले हाथों पर पहना करते थे जब इस दुनिया में न’बी आए तो उन्होंने बताया कि खु’दा ने मर्द पर सोना हराम करार दिया है। आज कल शादी ब्याह में लोग दुल्हो को सोने की अंगूठी पहनाते हैं। जानते हुए भी कि ये ह’रा’म है लेकिन फिर भी लोगों में इसका प्रचलन आम है। हमें इन सभी तरह के रस्मों से परहेज़ करना चाहिए। इस बात के की रिवायत है एक बार एक शख्स हुज़ूर के पास आया।
और सामने बैठा जैसे ही हुज़ूर की नजर उन पर पड़ी तो फौरन हूजुर ने मुंह फेर लिया और कहा कि तुम आग का गोला लेकर आए हो। क्योंकि वो इंसान सोने की अंगुठी पहनकर आया था। लेकिन आज कल भी बहुत से ऐसे लोग होते हैं जो सोने की अंगूठी पहनने से गुरेज़ नहीं करते। हालांकि वे जानते हैं कि ये इ’स्ला’म में मना है।
हदिस में आया है इस लिए हम लोग को इन आभु षणों से परहेज़ करना चाहिए। मर्दो को कभी भी इस आग के गोले का प्रयोग नहीं करना चाहिए। लेकिन आज कल ऐसे देखा जा रहा है कि लड़कों में भी सोने की अंगूठी पहनने का शौक बढ़ रहा है और वह लोग बड़े मज़े से इसे पहन रहे हैं और बकायदा इसकी नुमाइश कर रहें है जोकि सही नहीं है।