F 35 shot down by Iran
तेहरान: ज़ायोनी शासन ने अमेरिका के साथ गुप्त योजना के तहत और वॉशिंगटन की मंजूरी के बाद, आखिरकार 13 जून की सुबह ईरान के खिलाफ बड़ा हवाई हमला किया। एयर-टू-सर्फेस मिसाइलों से किए गए इस हमले में कई वरिष्ठ सैन्य कमांडर, वैज्ञानिक और नागरिक मारे गए.
इस ऑपरेशन को इज़राइल ने ‘राइजिंग लायन’ नाम दिया गया, जिसमें इज़रायली वायुसेना की पूरी ताकत झोंकी गई। हालांकि इसके बाद ईरान ने इज़राइल पर बैलिस्टिक मिसाइल और ड्रोन से भीषण हमले करना शुरू किया. ईरान ने मुख्य रूप से सैन्य ठिकानों, मोसाद के हेडक्वार्टर पर निशाना बनाया.
कौन से फाइटर जेट्स उतरे मैदान में?
इस हमले में F-15, F-16 और 5वीं पीढ़ी के F-35I जैसे एडवांस फाइटर जेट्स का प्रयोग हुआ।
F-35 का इस्तेमाल मुख्य रूप से ईरानी रडार को चकमा देकर गहराई तक घुसपैठ करने के लिए हुआ, लेकिन ईरान ने दावा किया कि उसने कुछ F-35 को डिटेक्ट कर लिया।
F-35 की सीमाएं और चुनौतियां
F-35 की बिना रिफ्यूलिंग रेंज लगभग 1,100 किमी है — यानी ईरान के भीतर केवल एक तरफ़ा मिशन की क्षमता।
हालांकि, अमेरिकी अधिकारियों ने पहले दावा किया था कि इज़रायली F-35 बिना ईंधन भरवाए ईरान तक पहुंच सकते हैं।
इसके लिए अमेरिका और इज़रायल ने इन विमानों में गुप्त तकनीकी बदलाव किए हैं ताकि इनकी ऑपरेशनल रेंज बढ़ाई जा सके।
इज़रायली दावा है कि इस ऑपरेशन में:
1,000 से अधिक सॉर्टीज़
200+ फाइटर जेट्स (F-35 समेत)
330 मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया।
F-35 का पहली बार शूटडाउन — एक ऐतिहासिक मोड़
ईरानी सेना ने दावा किया है कि उसने इस हमले के दौरान 3 इज़रायली F-35 जेट्स को मार गिराया है।
यह अब तक का पहला मामला होगा जब अमेरिका का यह सबसे आधुनिक 5वीं पीढ़ी का फाइटर किसी देश की वायु रक्षा प्रणाली द्वारा नष्ट किया गया हो।
इस दावे ने वैश्विक रक्षा हलकों में हलचल मचा दी है क्योंकि इससे F-35 की ‘अजेय’ छवि को गहरा धक्का लगा है।
ईरानी सूत्रों के मुताबिक, गिराए गए F-35 का पायलट इजेक्ट करने में सफल रहा, लेकिन उसकी वर्तमान स्थिति अज्ञात है।
ईरानी विशेष बल उसकी तलाश कर रहे हैं। अगर पायलट को जीवित पकड़ा जाता है तो यह ईरान के लिए एक रणनीतिक और प्रचारात्मक जीत होगी।
शहीद कमांडर की दूरदृष्टि
शहीद सरदार दाऊद शेखियान ने कुछ माह पूर्व एक इंटरव्यू में कहा था:
“हमारे पास F-22 और F-35 को गिराने की विस्तृत योजनाएं हैं। हमने इन विमानों की कमजोरियों को बारीकी से समझ लिया है।”
रणनीतिक प्रभाव
स्टील्थ तकनीक का भ्रम टूटा — F-35 के गिरने से अमेरिकी वायु शक्ति के दावों पर सवाल उठे।
ईरानी रक्षा उद्योग में आत्मविश्वास — स्वदेशी तकनीकों की सफलता से घरेलू रक्षा क्षमताओं को बढ़ावा मिला है।
ईरानी वायु रक्षा प्रणाली: बावर-373 और सय्याद-4B
1️⃣ बावर-373
ईरान का सबसे आधुनिक लॉन्ग-रेंज एयर डिफेंस सिस्टम —
300+ किमी की रेंज
स्टील्थ फाइटर (जैसे F-35) को पकड़ने और नष्ट करने की क्षमता
पूरी तरह स्वदेशी तकनीक, 2019 से ऑपरेशनल
2️⃣ सय्याद-4B मिसाइल
बावर-373 में नया उन्नयन —
300+ किमी मारक क्षमता
हाइपरसोनिक गति, अत्याधुनिक गाइडेंस सिस्टम
F-35 और F-22 जैसे फाइटर जेट्स के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।
13 जून का यह हमला न सिर्फ ईरान-इज़रायल टकराव में एक नया मोड़ है बल्कि वैश्विक स्तर पर वायु युद्ध के समीकरणों को भी प्रभावित कर सकता है। आने वाले दिनों में इस ऑपरेशन से जुड़े और तथ्य सामने आ सकते हैं, जिन पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी रहेंगी।
F 35 shot down by Iran