अमेरिका का दावा ईरानी परमाणु ठिकानों को गंभीर क्षति लेकिन पूरी तरह….

US Defense Secretary Statement on Iran Conflict वॉशिंगटन / तेहरान / इस्तांबुल | 23 जून अमेरिका ने ईरान के तीन…
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US Defense Secretary Statement on Iran Conflict

वॉशिंगटन / तेहरान / इस्तांबुल | 23 जून

अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों — फोर्दो, नतांज़ और इस्फ़हान — पर एक बेहद शक्तिशाली और योजनाबद्ध हवाई हमला किया है। ऑपरेशन ‘मिडनाइट हैमर’ नाम से चलाए गए इस सैन्य अभियान को अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने “अभूतपूर्व और अत्यधिक सफल” करार दिया।

रविवार को एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में अमेरिकी रक्षा सचिव ने पुष्टि की कि यह हमला राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देश पर किया गया। उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा रची गई यह योजना साहसी और शानदार थी। यह संदेश है कि अमेरिका की प्रतिरोध शक्ति वापस लौट आई है।”

परमाणु ठिकानों पर सटीक हमला, नागरिकों को नहीं बनाया गया निशाना

अमेरिकी जनरल डैन केन, जो कि जॉइंट चीफ़्स ऑफ़ स्टाफ के अध्यक्ष हैं, ने बताया कि इस अभियान में ईरान की ओर से कोई सैन्य प्रतिरोध नहीं मिला। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन में कुल 75 सटीक-मार करने वाली मुनिशन (precision-guided munitions) का इस्तेमाल किया गया, जिसमें 14 “GBU-57 बंकर बस्टर” बम भी शामिल थे। ये विशेष रूप से गहरे भूमिगत ठिकानों को नष्ट करने के लिए बनाए गए हैं, और फोर्दो ऐसा ही एक ठिकाना है।

जनरल केन ने कहा, “प्रारंभिक रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि तीनों परमाणु ठिकानों को अत्यंत गंभीर क्षति पहुंची है। हालांकि अंतिम मूल्यांकन में अभी समय लगेगा।”

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस हमले का उद्देश्य सिर्फ परमाणु ढांचे को निशाना बनाना था, न कि किसी सैनिक या नागरिक को। “इस मिशन का मक़सद ‘रिजीम चेंज’ नहीं है,” रक्षा मंत्री हेगसेथ ने कहा।

टॉमहॉक मिसाइलें, साइबर सहयोग और बिना विरोध के ऑपरेशन

यह ऑपरेशन रविवार तड़के ईरान के समयानुसार लगभग 2 बजे शुरू हुआ, जब अमेरिकी पनडुब्बियों से टॉमहॉक मिसाइलें दागी गईं। अमेरिकी वायुसेना के बमवर्षक विमानों ने बिना किसी अवरोध के मिशन को अंजाम दिया। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि ईरानी वायु रक्षा प्रणाली बमवर्षकों की पहचान तक नहीं कर सकी।

“हमें इस बात की कोई सूचना नहीं है कि मिशन के दौरान अमेरिकी विमानों पर कोई गोली चलाई गई,” जनरल केन ने कहा।

उन्होंने यह भी बताया कि अंतरिक्ष, साइबर और नौसेना बलों के साथ मिलकर ऑपरेशन को असाधारण कौशल और अनुशासन के साथ अंजाम दिया गया।

ईरान की प्रतिक्रिया: “कोई बड़ा नुक़सान नहीं”

दूसरी ओर, ईरान ने हमले की पुष्टि की है लेकिन दावा किया है कि उन्हें कोई गंभीर राष्ट्रीय क्षति नहीं हुई है। तेहरान में अधिकारियों ने कहा कि वे हालात की समीक्षा कर रहे हैं और जल्द ही औपचारिक प्रतिक्रिया देंगे।

यह हमला ऐसे समय पर हुआ है जब ईरान पहले ही अमेरिकी और इज़रायली हमलों को लेकर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर चिंता जता चुका है। सोमवार को ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराग़ची रूस के दौरे पर जा रहे हैं, जहां उनकी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाक़ात प्रस्तावित है।

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Arghwan Rabbhi

Arghwan Rabbhi is the founder of Bharat Duniya and serves as its primary content writer. He is also the co-founder of the literary website Sahitya Duniya. website links: www.sahityaduniya.com www.bharatduniya.org