दुनिया भर में घुम घाम से रमजान उल मुबारक का पाक महीना मनाया जा रहा है। मुसलमानो के लिए आपको बता दें कि बच्चे बुढे जवान सभी जोश खऱोश के साथ रोजे रख रहे हैं। इस महीने मु’स्लि’म भाई दिन भर भुखे प्यासे रह कर अ’ल्ला’ह की इबादत करते हैं। रोजा में दो चीज काफी अहम होती है। एक अफ्तार तो दुसरा सेहरी। ऐसे में आज हम आपको सहरे के बारे में बताने जा रहे हैं। दर असल रम’ज़ा’न से जुडी ऐसी कई बातें होती हैं,
जो हमें नहीं मालूम होती है। आज ऐसी ही एक बात के बारे में बताने जा रहे हैं। कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि अज़ा’न होती रहे खाना पीना जारी रख सकते हैं। और कुछ लोग तो ऐसा करते ही हैं। अज़ान होती रहती है लोग खाते पीते रहते हैं। दर असल ऐसा करना ग़लत है। अज़ा’न फेर और नमाज़ का वक्त तब खत्म होता है,
जब सेहरी का वक्त खत्म होता है। जो सेहरी के वक्त खत्म होने के बाद भी खाता पीता रहता है। वो अपना वक्त बर्बाद करता है। ऐसा लोग जो करते है ऐसे में लोगो को परहेज करना चाहिए तथा सेहरी का जब वक्त खत्म हो जाए तो खाना पीना छोड़ देना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं कि,
फजर की अज़ा’न हो रही है और आप का पी रहे हैं तो ये सरा सर ग़लत है तथा आप अपना रोजा बर्बाद कर रहे हैं। सही मसला ये है कि सेहरी का जब वक्त खत्म हो जाए फौरन खाना पीना छोड़ देना चाहिए।