मुंबई: हिंदी और मराठी सिनेमा की मशहूर अभिनेत्री संध्या शांताराम का शुक्रवार रात निधन हो गया। वह 94 वर्ष की थीं और पिछले कुछ वर्षों से बीमार चल रही थीं। संध्या, प्रसिद्ध फिल्म निर्माता वी. शांताराम की तीसरी पत्नी थीं और उन्होंने उनकी कई यादगार फिल्मों में मुख्य भूमिका निभाई थी।
राजकमल स्टूडियो में हुआ निधन
वी. शांताराम के बेटे किरण शांताराम ने बताया कि संध्या शांताराम का निधन शुक्रवार रात 10 बजे मुंबई के राजकमल स्टूडियो में हुआ, जहाँ वे पिछले कई वर्षों से रह रही थीं।
उन्होंने कहा, “वह पिछले चार-पांच साल से अस्वस्थ थीं और हाल में उन्हें बुखार और खांसी की शिकायत थी। हम अक्सर उनसे कहते थे कि वह 100 साल की होंगी, लेकिन नियति को कुछ और मंज़ूर था।”
परिवार के साथ आत्मीय रिश्ता
किरण शांताराम ने बताया कि संध्या शांताराम की अपनी कोई संतान नहीं थी, लेकिन उन्होंने “हम सबको अपनी संतान की तरह पाला-पोसा।”
उन्होंने कहा, “वह बहुत स्नेही थीं, बेहतरीन रसोइया थीं और हमें प्यार से खाना खिलाती थीं।”
हिंदी और मराठी सिनेमा की जानी-मानी कलाकार
1950 और 60 के दशक की लोकप्रिय अभिनेत्री संध्या शांताराम ने हिंदी और मराठी सिनेमा में कई यादगार किरदार निभाए।
उनकी प्रमुख फिल्मों में शामिल हैं —
• ‘झनक झनक पायल बाजे’ (1955)
• ‘दो आंखें बारह हाथ’ (1957)
• ‘नवरंग’ (1959)
• ‘सेहरा’ (1963)
• ‘जल बिन मछली नृत्य बिन बिजली’ (1971)
• ‘पिंजरा’ (1972)
• ‘अमर भूपाली’ (1951)
संध्या को उनके ग्रेसफुल अभिनय और नृत्य कौशल के लिए याद किया जाता है। उन्होंने वी. शांताराम की फिल्मों में अपनी विशेष स्क्रीन प्रेज़ेंस और भावनात्मक गहराई से दर्शकों का दिल जीता था।
अंतिम संस्कार शिवाजी पार्क में
अभिनेत्री का अंतिम संस्कार शनिवार सुबह शिवाजी पार्क श्मशान घाट में किया गया। सिनेमा जगत से जुड़े कई लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके योगदान को याद किया।