अस्सलाम ओ अलैकुम, दोस्तों हम हर इस दुनिया जहान के चक्कर में क्या कुछ करते रहते हैं. कई बार हम ये भी भूल जाते हैं कि क्या सही है और क्या ग़लत. हम बस किसी न किसी चीज़ में मुब्तिला रहते हैं. आजकल की भागदौड़ भरी दुनिया में लोग पैसों के पीछे इस तरह से भागते हैं कि पूछिए मत. कुछ लोग पैसा कमाने की कोशिश में अच्छे-बुरे सभी तरह के काम कर लेते हैं. न उन्हें ख़ुदा का खौफ़ नज़र आता है और न ही सही रास्ता. ये लोग भटके हुए से रहते हैं. ~ Is Amal Se Door Hogi Pareshani
आज हम आपके सामने एक ऐसा अमल लेकर आए हैं जिसको करने के बाद आप हर चीज हो सकते हैं जिसने भी यह अमल किया वह खाली हाथ नहीं लौटा दोस्तों यह मिल ऐसा अमल है जिसको करने से कोई भी परेशानी खत्म हो जाएगी यह अमल हर परेशानी का हल है दोस्तों यह मलिन सूरह फातिहा का अमल है और आप रोजाना नमाज में पढ़ते हैं तो आइए आज आपको इसकी खुशुसियात बताते हैं.
दोस्तों अगर आप यह अमल अच्छे से करेंगे जैसे कि हम बताएंगे तो इंशा अल्लाह अल्लाह पाक आपकी हर परेशानी को दूर करेगा दोस्तों सुरा फातेहा को कई चीजों में यूज किया जाता है जैसे कि अगर आपके माथे में दर्द है तो माथे पर हाथ रख कर अव्वल आखिर दरूद शरीफ लगाकर 3 मर्तबा सूरह फातिहा पढ़ने और ऐसा लगातार तीन दिन तक करें तो सभी दर से आपको निजात मिल जाएगी.
दोस्तों अगर किसी को औरत या मर्द को इस तरह का दर्द हो तो वह ऐसे अमल करे उसका सारा दर्द इंशाल्लाह खत्म हो जाएगा दोस्तों अगर किसी के पेट में दर्द है तो उसको सूरह फातिहा नमक पर दम कर के दें और पेट में दर्द वाला इंसान इसको थोड़ा थोड़ा चखता रहे इंशाल्लाह उसका दर्द खत्म हो जाएगाऔर दोस्तों अगर किसी को बुखार है तो बुखार में 7 मर्तबा सिर्फ आते हो और कि पानी पर दम करके दे उसका बुखार ठीक हो जाएगा.
दोस्तों अगर कोई फजिर की नमाज मैं सिर्फ आते आप पढ़े तो लगभग उसकी सारी दुआ कुबूल फरमाए के उसको यूं बोलना है की हुजूर की सुन्नत के बाद और फर्श की पहले यानी की दरमियानी वक्त में 41 दफा सूरह फातिहा पढ़ना है जिसके बाद अल्लाह पाक उसकी तमाम दुआओं को इंशाल्लाह अल्लाह पाक कुबूल करेगा और दोस्तों आगे पीछे साथ-साथ मर्तबा दुरु शरीफ भी लगाना है. ~ Is Amal Se Door Hogi Pareshani