Iran President Winning Speech
तेहरान | 25 जून
ईरान के राष्ट्रपति मसऊद पेजेशकियान ने मंगलवार को देश को संबोधित करते हुए कहा कि इस्लामी गणराज्य ईरान ने इज़रायली शासन पर जीत “राष्ट्र की एकता, शांति और प्रतिरोध” के ज़रिए हासिल की है। उन्होंने इसे “ईरानी सभ्यता और लोगों की ऐतिहासिक विजय” बताया।
“धैर्य, साहस और बलिदान की जीत”
राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा:
“यह सफलता ईरान की महान जनता के साहस, धैर्य और बलिदान का परिणाम है।
हमारे लोगों की एकता और शांतिपूर्ण संकल्प ने ज़ायनिस्ट शासन की आक्रामकता को पीछे धकेल दिया।”
उन्होंने कहा कि यदि “कपटी दुश्मन” ने इस्लामी गणराज्य की असल पहचान और उसकी जड़ों को समझा होता, तो इतनी बड़ी भूल कभी न करता।
12 दिनों की जंग: “हम पर थोपी गई थी”
पेजेशकियान ने कहा कि इज़राइल ने 13 जून की रात बिना किसी उकसावे के ईरान पर हमला किया, जिसमें तेहरान में रिहायशी इलाक़ों और नागरिक ठिकानों को भी निशाना बनाया गया। उन्होंने बताया कि:
• 606 ईरानी नागरिकों की मौत हुई,
• 1,342 लोग घायल हुए,
• और मारे गए लोगों में कई बच्चे और आम नागरिक शामिल थे।
ईरानी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, ये आंकड़े 12 दिनों के युद्ध के दौरान के हैं, जिसे राष्ट्रपति ने “हमारे शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम के खिलाफ एक बहाना बनाकर थोपा गया युद्ध” कहा।
“हम बातचीत के लिए तैयार थे, लेकिन हमला किया गया”
राष्ट्रपति ने कहा कि जब ईरान शांति और संवाद के ज़रिए अपने परमाणु कार्यक्रम को लेकर विश्व समुदाय की शंकाओं को दूर करने की कोशिश कर रहा था, तभी इज़राइल ने हमला कर दिया।
“हम पर ऐसी स्थिति में हमला हुआ जब हम कूटनीतिक रास्ते खोज रहे थे। यह हमला न केवल हम पर, बल्कि अंतरराष्ट्रीय कानून और मानवता पर भी हमला था।”
“जनता की वीरता से युद्ध रुका”
पेजेशकियान ने अंत में कहा कि देश की जनता, सेना और प्रतिरोध बलों की वीरता के चलते इस युद्ध का अंत संभव हुआ है। उन्होंने इसे ईरानी आत्म-सम्मान की जीत करार दिया।
Iran President Winning Speech