तेहरान | 23 जून
ईरान की संसद ने अमेरिका द्वारा तीन परमाणु ठिकानों पर किए गए हमलों के जवाब में महत्वपूर्ण तेल परिवहन मार्ग — होर्मुज़ जलडमरूमध्य (Strait of Hormuz) — को बंद करने की मंज़ूरी दे दी है। यह कदम वैश्विक ऊर्जा आपूर्ति पर गंभीर असर डाल सकता है।
ईरानी सरकारी मीडिया के अनुसार, इस प्रस्ताव को संसद में बहुमत से पारित कर दिया गया है, हालांकि अंतिम निर्णय ईरान की सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल (SNSC) द्वारा लिया जाएगा।
ईरान के संसद सदस्यों ने अमेरिकी हमलों को “सीधी आक्रामकता” बताया और कहा कि अब देश को “रणनीतिक स्तर पर जवाब” देना होगा। कई सांसदों ने जलडमरूमध्य को बंद करना “राष्ट्रीय रक्षा का आवश्यक कदम” बताया।
होर्मुज़ जलडमरूमध्य का वैश्विक महत्व
होर्मुज़ जलडमरूमध्य एक अत्यंत रणनीतिक समुद्री मार्ग है, जहाँ से दुनिया का लगभग 20% तेल निर्यात होकर गुजरता है। यदि यह मार्ग बंद होता है, तो वैश्विक तेल आपूर्ति, कीमतों और ऊर्जा सुरक्षा पर तत्काल और बड़ा प्रभाव पड़ेगा।
पृष्ठभूमि: अमेरिका का ‘ऑपरेशन मिडनाइट हैमर’
यह फैसला ऐसे समय में आया है जब अमेरिका ने हाल ही में ‘ऑपरेशन मिडनाइट हैमर’ के तहत ईरान के तीन प्रमुख परमाणु स्थलों — फोर्दो, नतांज़ और इस्फ़हान — पर भारी हवाई हमला किया। अमेरिका ने दावा किया है कि इस ऑपरेशन में सभी ठिकानों को गंभीर क्षति पहुंचाई गई है।
वहीं ईरान ने हमले की पुष्टि तो की है, लेकिन यह भी कहा है कि देश को कोई “प्रमुख सामरिक क्षति” नहीं हुई है।
आगे क्या?
अब निगाहें ईरान की सुरक्षा परिषद के निर्णय पर टिकी हैं। यदि जलडमरूमध्य को औपचारिक रूप से बंद किया गया, तो यह पश्चिम एशिया में तनाव को कई गुना बढ़ा सकता है, और अंतरराष्ट्रीय समुद्री यातायात और तेल बाजार में अभूतपूर्व उथल-पुथल ला सकता है।