फ़िलिस्तीन । 23 जून
ईरान ने सोमवार को इज़राइल पर कम से कम चार लहरों में मिसाइलें दागीं, जिनकी कुल संख्या 10 के आसपास बताई जा रही है। हालांकि संख्या कम रही, लेकिन रणनीति में बड़ा बदलाव देखा गया — मिसाइलों को अलग-अलग समय पर और अधिक व्यवधानकारी ढंग से छोड़ा गया।
40 मिनट तक सायरन, एक सबस्टेशन ध्वस्त
आज इज़राइल के कई हिस्सों में लगातार 40 मिनट तक रेड अलर्ट सायरन बजते रहे। एक मिसाइल ने अशदोद बंदरगाह क्षेत्र के एक विद्युत उप-स्टेशन को नुकसान पहुंचाया, जिससे लगभग 8,000 घरों की बिजली गुल हो गई। बिजली सेवा अब बहाल कर दी गई है।
‘कम मिसाइल, ज़्यादा व्यवधान’ — नई रणनीति का संकेत
पिछले एक सप्ताह से ईरान के हमलों पर नजर रख रहे रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक नई रणनीति का संकेत है — जहां कम मिसाइलों से अधिक मनोवैज्ञानिक और आर्थिक प्रभाव डालने की कोशिश हो रही है। हमले की लहरें अब एक साथ न आकर, समयांतराल में आ रही हैं, जिससे नागरिक जीवन में अधिक समय तक बाधा और भय बना रहता है।
$1.3 अरब डॉलर का मुआवज़ा, 30 इमारतें ध्वस्त
इज़राइल के कर प्राधिकरण निदेशक के अनुसार, अब तक 40,000 से अधिक मुआवज़ा दावे दायर किए जा चुके हैं, जिनका कुल मूल्य $1.3 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा:
“हमने आज तक इतना ज़्यादा नुकसान नहीं देखा। यह ऐतिहासिक स्तर का नुक़सान है।”
जानकारी के अनुसार, 30 से अधिक इमारतों को अब पूरी तरह से ढहाना पड़ेगा, क्योंकि वे मरम्मत योग्य नहीं बचीं।
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स्थिति संवेदनशील, तनाव बरक़रार
इज़राइल और ईरान के बीच जारी सैन्य टकराव अब नए चरण में प्रवेश कर चुका है, जहां आर्थिक और बुनियादी ढांचे पर हमला ही प्रमुख रणनीति बनती दिख रही है। आने वाले दिनों में दोनों पक्षों की प्रतिक्रिया और रुख वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण होगा।