वॉशिंगटन / हेग | 24 जून
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को इज़राइल की सैन्य कार्रवाई पर नाराज़गी जताते हुए कहा है कि अब उन्हें “इज़राइल को शांत करना” होगा। उन्होंने कहा कि वे इज़राइली डिफेंस फोर्सेज़ (IDF) की ओर से ईरानी हमलों के जवाब में “ज्यादा आगे बढ़ने” से खुश नहीं हैं।
C-SPAN द्वारा जारी एक वीडियो में ट्रंप ने नाटो शिखर सम्मेलन के लिए हेग रवाना होने से पहले संवाददाताओं से कहा:
“इन लोगों को अब शांत होना पड़ेगा… मुझे अब इज़राइल को शांत कराना है।”
“मैं देखूंगा कि क्या मैं इसे रोक सकता हूं।”
पृष्ठभूमि: ईरान-इज़राइल संघर्ष में अमेरिका की एंट्री
• 13 जून की रात इज़राइल ने ईरान के खिलाफ सैन्य अभियान की शुरुआत की।
• 24 घंटे के भीतर ईरान ने जवाबी हमले किए।
• संघर्ष के बढ़ने के नौ दिन बाद, 22 जून की सुबह अमेरिका ने Fordow, Natanz और Isfahan के तीन ईरानी परमाणु ठिकानों पर बमबारी की।
• इसके जवाब में, तेहरान ने सोमवार शाम क़तर में अमेरिकी ‘अल-उदीद’ बेस पर मिसाइलें दागीं, हालांकि अमेरिका के अनुसार उसमें कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।
युद्धविराम पर भ्रम की स्थिति
ट्रंप ने दावा किया कि ईरान और इज़राइल दोनों युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं। इज़राइल ने भी इसकी पुष्टि की। लेकिन मंगलवार सुबह IDF ने दावा किया कि ईरान ने युद्धविराम लागू होने के बाद भी मिसाइलें दागीं, जिसके बाद इज़राइली रक्षा मंत्री इसराइल काट्ज़ ने तेहरान पर तीव्र हमलों का आदेश दे दिया।
ईरान ने इस आरोप को झूठा और भ्रामक बताया है और कहा कि उसकी ओर से कोई नया मिसाइल हमला नहीं किया गया।