एयर इंडिया हादसे पर नया विवाद: मृत पायलट के पिता पहुंचे सुप्रीम कोर्ट, स्वतंत्र जांच समिति की मांग

नई दिल्ली: जून में अहमदाबाद से उड़ान भरते ही दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया ड्रीमलाइनर हादसे की जांच अब कानूनी मोड़…
1 Min Read 0 10

नई दिल्ली: जून में अहमदाबाद से उड़ान भरते ही दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया ड्रीमलाइनर हादसे की जांच अब कानूनी मोड़ ले चुकी है। इस हादसे में 260 लोगों की मौत हुई थी। मृत पायलट कैप्टन सुमीत सभरवाल के 91 वर्षीय पिता पुष्कर राज सभरवाल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर स्वतंत्र जांच समिति गठित करने की मांग की है।

सभरवाल का आरोप है कि विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने अपने निष्कर्ष में उनके बेटे को दोषी ठहराने की जल्दबाजी की, जबकि अन्य तकनीकी कारणों की अनदेखी की गई। उन्होंने कहा कि जांच “एकतरफा” रही है और इसे एक नए पैनल को सौंपा जाना चाहिए, जिसमें एक सेवानिवृत्त सुप्रीम कोर्ट जज और विमानन विशेषज्ञ शामिल हों।

इस याचिका में फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) भी सह-याचिकाकर्ता है, जो देशभर के करीब 5,000 पायलटों का प्रतिनिधित्व करता है। संगठन का कहना है कि मौजूदा जांच टीम ने केवल मृत पायलटों की भूमिका पर ध्यान केंद्रित किया और विमान के तकनीकी या प्रक्रियागत पहलुओं की गहराई से जांच नहीं की।

दूसरी ओर, सरकार ने इन आरोपों को “बिना आधार” बताते हुए कहा है कि जांच “साफ और व्यापक” रही है। AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया था कि टेकऑफ के तुरंत बाद विमान के दोनों इंजन के फ्यूल स्विच “रन” से “कटऑफ” स्थिति में चले गए थे, जिससे विमान का नियंत्रण खो गया।

हालांकि, पायलट यूनियन और सभरवाल परिवार का कहना है कि किसी एक तकनीकी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले सभी संभावित कारणों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने अभी इस याचिका पर सुनवाई शुरू नहीं की है।

News Desk