सऊदी अरब एक ऐसा देश है। जहां के नियम और कानून काफी सख्त है। इन नियमों का उल्लं’घन करने वाले को स’ख्त से स’ख्त स’जा भी दी जाती है। यही कारण है कि सऊदी अरब में क्राइम रेट काफी कम है। सऊदी अरब के शाही परिवार का वि’रोध करना किसी भी शख्स को भारी प’ड़ सकता है। हाल ही में एक सऊदी म’हिला को किंग सलमान और क्रॉउन प्रिंस मो’हम्मद बिन सलमान के खि’लाफ सोशल मीडिया पर ट्वीट करना भारी पड़ गया।
खबर के मुताबिक, इस सऊदी महिला ने धर्म और न्याय को चुनौती देने के लिए सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर किंग सलमान और क्रॉउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के खि’लाफ लिखा था। जिसके बाद महिला को 45 साल की जे’ल की स’जा सुनाई गई है। हालांकि कई देशों ने सऊदी अरब द्वारा महिला को दी गई स’जा की जमकर निं’दा भी की है।
इस स’जा ने खाड़ी देशों में ह्यूमन राइट्स की वास्तविक स्थिति को उजागर कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, स’जा पाने वाली महिला 5 बच्चों की मां है जिसका नाम नौरा बताया जाता है। सऊदी अधिकारियों ने नौरा के ट्वीट को दु’र्भा’वनापूर्ण वाला ट्वीट बताया था। नौरा को स’जा देते हुए कोर्ट ने यह कहा था कि महिला के झूठे और दुर्भावनापूर्ण ट्वीट ने उन लोगों की गतिविधियों को बढ़ाने का काम किया है।
जो सार्वजनिक व्यवस्था को बि’गाड़ना चाहते हैं और समाज की सुरक्षा के साथ-साथ राज्य की स्थिरता को अस्थिर करना चाहते हैं। नौरा ने राज्य के प्रतीकों और अधिकारियों का अ’पमान करने के लिए ट्विटर का इस्तेमाल किया। इसके साथ सुरक्षा मामलों में बं’दियों की रिहाई की मांग की है, जो कि सरासर गलत है।
आपको बता दें कि नौरा इससे पहले भी कई बार सऊदी अरब सरकार की आलोच’ना कर चुकी हैं। उनके सोशल मीडिया अकाउंट से कथित तौर पर उन पोस्ट को रिट्वीट किया जाता है। जिसमें सार्वजनिक विरोध प्रदर्शन करने वालों को गिरफ्तार करने की कोशिश की चेतावनी दी गई है।