Sunday

01-06-2025 Vol 19

Islamic हदीस: पैग़म्बर मुहम्मद साहब ने फ़रमाया- ‘जब तीन लोग साथ हों तो..’

Doston Ke Liye Islami Hadees

अस्सलाम ओ अलैकुम दोस्तों, हम सभी ये जानते हैं कि अल्लाह ने हमें बहुत सी नेमतें अदा की हैं. अल्लाह के प्यारे नबी पैग़म्बर मुहम्मद (स.अ.व.) ने हमें जो नेक रास्ता दिखाया है उस पर हमें चलना चाहिए. आजकल के दौर में (Doston Ke Liye Islami Hadees) कई बुराइयों ने हमें घेर लिया है तो ज़रूरी है कि हम क़ुरआन और हदीस पर और मज़बूती से चलें. इसी फ़ेहरिस्त में हम आज आपको एक ऐसी हदीस बताने जा रहे हैं जो इस दौर में शायद सबसे अधिक ज़रूरी है. हम देखते हैं कि जब कभी तीन लोग साथ बैठे होते हैं तब कोई एक ऐसा रह जाता है जिससे हम बात नहीं कर रहे होते.

ऐसा कम ही होता है जब तीनों बराबरी से एक दूसरे से बात कर रहे हैं. कभी तो ये भी होता है कि तीन लोग साथ बैठे हैं लेकिन दो लोग आपस में कानाफूसी कर रहे हैं. इस बात की सख्त मनाही है. इसी सिलसिले में हम आज आपको एक हदीस बताने जा रहे हैं. ये हदीस आजकल के दौर में इसलिए भी ज़रूरी है क्यूंकि हम बुराइयों की ओर बढ़ते जा रहे हैं बजाय ख़ुद को ठीक करने के.

Doston Ke Liye Islami Hadees

हदीस : जब ३ लोग साथ बैठे हो तो २ लोग कानाफूसी न करे। अल्लाह के अंतिम पैगम्बर मुहम्मद साहब (ﷺ) कहते है के, “जब तीन व्यक्ति एक साथ हो तो उन में से तीसरे व्यक्ति को छोड़कर दो लोग कानाफूसी(चुपके से बात) न करे।”– (सही’ह अल बुखारी 6290) इस हदीस से हम सीख सकते हैं कि कोई भी इंसान ऐसा न महसूस करे कि वो महफ़िल में अकेला है. सबको बराबर का सम्मान मिलना चाहिए. इसी तरह से समाज का विस्तार होता है और बेहतर समाज की स्थापना होती है.

News Desk