अस्सलामोअलैकुम भाइयों और बहनों आज हम आपको बताएंगे कि इस्लाम में किस तरह की औरतों से शादी करने के लिए कहा गया है निकाह एक सुन्नत है हज़रत मोहम्मद सल्ला० ने फ़रमाया लड़के और लड़किओं की सही वक़्त पर निकाह करवा देना चाहिए ताकि जिनाह से बच सके, लेकिन आज कल लोगो का विचार बदल रहा है इस्लाम में हुक्म है की सुन्नत तरीके से निकाह होना चाहिए और वलीमे को अपने हैसियत के हिसाब से धूम धाम से मानाने का हुक्म है.
दोस्तों आज हम बात करेंगे निकाह के लिए बेहतरीन औरत कोनसी है जो दुनिया और इस्लाम दोनों लेहाज़ से बेहतर हो आज कल देखने को मिलता है ज़यादा घरो में औरत की दीनदारी में कमी होने की वजह से घर टूट जाता है लड़ाई झगड़ा होने लगता है शौहर बीवी के लिए अपने माँ बाप को छोड़ देता है उनसे अलग रहने लगता है इसी लिए कहा गया है की निकाह उसी औरत से करो जो दीनदार हो जिसकी रूह खूबसूरत हो ,
एक दिन एक आदमी हजरत अली रजि अल्लाहु अन्हो के पास आया और उसने उनसे पूछा हज़रत अली रज़ियल्लाहु अन्हु ने फरमाया इस जमीन पर दो तरह की औरतें रहती है – एक वह जो अपनी अदाओं को खूबसूरत बनाती हैं और दुसरी वो जो अपने किरदार को खूबसूरत बनाती है जो अपनी अदाओं को खूबसूरत बनाती हैं वह तुम्हें पसंद आएंगी। जो औरत अपने किरदार को खूबसूरत बनाए वह तुम्हारी औलाद को पसंद आएगी ऐसे में तुम याद रखना की शादी करते वक्त अपनी बीवी न ढूंढे अपने बच्चों की मां ढूढों।
मैंने अल्लाह के महबूब हुजूर सल्लल्लाहू अलैही वसल्लम से सुना की औरत के किरदार की झलक उसकी औलाद में पाई जाएगी। तुम आज अपने लिए जो भी बीवी चुनोगे उसका किरदार अपनी औलाद में पाओगे और वह तुम्हारे लिए सद्का-आ-ए ज़ारिया है।अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहिवसल्लम ने फरमाया औरत वो लाओ जो दीनदार हो जो तुम्हारी नस्लो को चलासके।मर्द में दीन होता है तो तुमतक रहता है औरत में दीन होता है तो तुम्हारी नस्लो तक पहोचता है।अल्लाह ताला से हमेशा दीनदार औरत की तलब करना चाहिए।