President George W. Bush and Prime Minister Tony Blair of the United Kingdom, walk a path at Camp David Feb. 23, 2001, during the Prime Minister's visit. Photo by Eric Draper, Courtesy of the George W. Bush Presidential Library and Museum

पूर्व ग्रीक वित्त मंत्री यानिस वरौफाकिस ने गाज़ा को लेकर बनाई गई टॉनी ब्लेयर और डोनाल्ड ट्रम्प की योजना पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि “टॉनी ब्लेयर को गाज़ा में नहीं, अदालत में होना चाहिए।”

वरौफाकिस ने इस योजना को “आधुनिक श्वेत औपनिवेशवाद” बताया और कहा कि यह गाज़ा को वेस्ट बैंक से अलग कर फिलिस्तीनी राज्य के विचार को खत्म करने की साजिश है।
उन्होंने कहा, “यह बेहद दुखद है कि हमें इस योजना को खारिज करने पर भी बहस करनी पड़ रही है। ब्लेयर वही व्यक्ति है जिसने जॉर्ज बुश के साथ मिलकर इराक पर हमला कर अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया था। अब वह गाज़ा का भविष्य तय करने निकला है!”

वरौफाकिस ने जोर देकर कहा कि ब्लेयर को किसी राजनीतिक मंच पर नहीं, बल्कि न्यायालय के कटघरे में होना चाहिए।
उन्होंने चेतावनी दी कि ट्रम्प-ब्लेयर की यह योजना 2024 में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) द्वारा दिए गए उस आदेश को भी नज़रअंदाज़ करती है जिसमें इज़राइल को सभी कब्ज़ाए हुए फिलिस्तीनी इलाकों, जिनमें गाज़ा भी शामिल है, से पीछे हटने को कहा गया था।

उनके अनुसार, यह योजना चरमपंथी इज़रायली ताक़तों को और बल देती है और फिलिस्तीनियों से उनकी संप्रभुता छीनने का प्रयास है।

यूरोपीय देशों की भूमिका पर भी उन्होंने सवाल उठाया — “जो देश फिलिस्तीन को मान्यता दे चुके हैं, वे अब भी इज़राइल के हमलों पर चुप क्यों हैं? अगर हत्याएं जारी हैं तो मान्यता का क्या मतलब?”
उन्होंने कहा, “पहला कदम हत्या रोकना है — तभी असली आज़ादी और राज्य की बात मायने रखेगी।”