आइए हम आपको आब-ए-ज़म ज़म के पानी की चंद खूबियों के बारे में बताते हैं.ज़मज़म का यह कुआं कभी भी नहीं सूखा.यही नहीं इस कुएं ने जरूरत के मुताबिक पानी की पूर्ति की है.जब-जब जितने पानी की जरूरत हुई,यहां पानी उपलब्ध हुआ.ज़मज़म के पानी को लेकर नबी-ए-करीम हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की एक हदीस यहाँ ज़िक्र की जा रही है जिससे आप इस मुक़द्दस और पवित्र पानी की महत्वपूर्ण होने का अंदाज़ा लगा सकते हैं.
हज़रत जाबिर बिन अब्दुल्लाह रज़िअल्लाह तआला अन्हु फ़रमाते हैं की मैंने अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि वसल्ल्म को फरमाते हुए सुना “ज़म-ज़म का पानी जिस नियत से पिया जाए,उस से वही फ़ायदा हासिल होता है.इस पानी के साल्ट की संरचना हमेशा एक जैसी रही है.इसका ज़ायका भी,जबसे ये वजूद में आया तब से एक सा ही है.यह पानी सभी को सूट करने वाला और फायदेमंद साबित हुआ है.इसने अपनी अहमियत को साबित किया है.
दुनियाभर से हज और उमरा के लिए मक्क-ए-मुकर्रमा आने वाले लोग इसको पीते हैं और इनको इस पानी को लेकर कोई शिकायत नहीं रही/बल्कि ये इस पानी को बड़े शौक़ और अक़ीदत से पीते हैं और खुद को ज़्यादा तरोताज़ा महसूस करते हैं.इस 14x18x6 फिट के आकार वाले कुएं के पानी की खासियत है कि वह कभी खराब नहीं होता। और यह कुदरत का चमत्कार ही है कि इसमें से चाहे कितना भी पानी निकल जाये पर यह ना तो सूखता है नाही खाली होता है। मरुस्थल में यह कुआं इंसानों के लिये एक वरदान ही तो है।
आपको बता दूं कि जमजम का असली पानी सिर्फ और सिर्फ सऊदी के मक्का में ही आपको मिलेगा जहां इसकी कुआं है।आइये जानते हैं जमजम के पानी की कुछ खूबियाँ।
1.जमजम के पानी की सबसे बड़ी खासियत ये है कि यह पानी कभी नही सूखता है और कयामत तक कभी नही सूखेगा। जब जितने पानी की जरूरत होती है लोग इसमें से निकाल सकते हैं लेकिन कभी खत्म नही होती।2.इस पानी का स्वाद सभी पानियों से हटके है और यह पानी काफी मीठा है।3. यह पानी सभी को सूट करता है और किसी भी व्यक्ति को इस पानी से कभी कोई तकलीफ या बीमारी नही हुआ।4.इस पानी को शुद्ध करने के लिए किसी भी अन्य चीज की जरूरत नही बल्कि यह प्राकृतिक रुप से ही शुद्ध है।5.दिल के रोगियों के लिए और अन्य बीमारी में सिफ़ा का इरादा करके यदि इस पानी को पिया जाए तो वह बीमारी जरूर दूर हो जाती है।