मुंबई: महाराष्ट्र सियासी संकट अब अपने अंतिम पढ़ाव पर पहुँच रहा है. शिवसेना नेता संजय राउत ने इस बारे में आज बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि शिवसेना का मुख्यमंत्री बनना चाहिए ये महाराष्ट्र की जनता की इच्छा है, ये राज्य की भावना है कि उद्धव ठाकरे जी नेतृत्व करें. राउत ने इसके अलावा ये भी कहा कि जब तीन राजनीतिक पार्टियाँ साथ आती हैं तो प्रक्रिया लम्बी होती है..आज ये प्रक्रिया शुरू हो गई है. उन्होंने कहा कि आने वाले दो से पाँच दिन में राज्य में सरकार की स्थापना होगी.
इसके पहले महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर बहस के बीच एनसीपी और कांग्रेस में बैठक हुई. इस बैठक के ख़त्म होने के बाद एलान किया गया कि महाराष्ट्र में ‘शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनेगी’. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, ‘चर्चा सकारात्मक रही है. हम महाराष्ट्र में स्थिर सरकार देंगे और हम सरकार बनाएंगे.’ वहीं कांग्रेस ने कहा है कि अभी कुछ चर्चा बाकी है, वो एक-दो दिन में पूरी हो जाएगी. इस दौरान एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा, ‘हमने सभी बिंदुओं पर चर्चा की.’
इसके पहले दोपहर में ख़बर आयी कि शिवसेना विधायक अब्दुल सत्तार ने कहा कि सभी विधायकों को 22 नवंबर को बैठक के लिए ‘मातोश्री’ बुलाया गया है. हमें 5 दिनों के लिए अपना कपड़ा, आईडी कार्ड, आधार कार्ड और पैन कार्ड लेकर आने के लिए कहा गया है. मुझे लगता है कि हमें 2-3 दिनों के लिए एक जगह पर रहना होगा, फिर अगला क़दम तय किया जाएगा. उद्धव ठाकरे जी निश्चित रूप से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री होंगे.
शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस में बनी सहमति की ख़बर के बाद ऐसा लगता है कि अब इस पूरे संकट का क्लाइमेक्स आ गया है और जल्द ही राज्य में सरकार की स्थापना होगी. हालाँकि कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना के नेता कह रहे हैं कि वो एक स्थिर सरकार देंगे लेकिन ये तो आने वाला वक़्त ही बतायेगा.