अंकारा: तुर्की में कोरोना वायरस को लेकर एक मई से तीन रोज़ा कर्फ्यू शुरू होगा. इसकी घो’षणा राष्ट्रपति रजब तैयब एरदोगन ने की. उन्होंने कैबिनेट मीटिंग के बाद कहा कि उनकी सरकार रमज़ान महीने के अंत तक कर्फ्यू बढ़ाने को लेकर विचार कर रही है. आपको बता दें कि 1 मई को तुर्की में मज़दूर दिवस मनाया जाता है. ये कर्फ्यू देश के 31 प्रान्तों में लागू किया जाएगा.
आपको बता दें कि 24 अप्रैल से सभी 30 मेट्रोपोलिटन प्रान्तों और उत्तरी प्रांत जोंगुल्दक में चार दिन का कर्फ्यू लगाया गया था. एरदोगन ने कहा कि हम एक ऐसे पीरियड में पहुँच गए हैं जहाँ कोरोनावायरस महामारी से संक्रमित मौ’तें कम हो रही हैं. उन्होंने कहा कि ये टनल के अंत में एक रौशनी की तरह प्रतीत हो रहा है. उन्होंने उम्मीद से कहा कि मुझे उम्मीद है कि हम ईद उल फ़ित्र मना पायेंगे.उन्होंने अपने बयान में तुर्की के नागरिकों को धन्यवाद दिया.
एरदोगन ने साथ ही कहा कि तुर्की ने इस मुश्किल घड़ी में अमरीका की मदद की है और उसे एन95 मास्क, फ़ेस शील्ड्स, प्रोटेक्टिव गारमेंट्स जैसी चीज़ें भेजी हैं. उन्होंने कहा कि इस महामारी से लड़ने के लिए हमने 55 देशों को राहत सामग्री भेजी है. उन्होंने साथ ही बताया कि तुर्की के 40000 नागरिकों को सरकार वापिस देश लायी है और जल्द ही 59 देशों में फँसे 25 हज़ार लोगों को भी हम लाने की योजना बना रहे हैं.
तुर्की में अब तक 112,261 संक्रमित लोगों की पुष्टि हो चुकी है. इस बीमारी की वजह से 2900 तुर्की नागरिकों की जान चली गई है. अच्छी ख़बर ये है कि 33,791 लोगों अब पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं.