अंकारा: राष्ट्रपति रजब तैयब एरदोगन ने शुक्रवार रात गृह मंत्री सुलेमान सोय्लू के इस्ती’फ़े को नि’रस्त कर दिया. उन्होंने गृह मंत्री के काम की तारीफ़ की. एरदोगन ने कहा कि उन्होंने देश की सेवा में अहम् योगदान दिया है. सुलेमान को 15 जुलाई के तख़्ता पलट की घटना के बाद गृह मंत्री बनाया गया था. उनके कार्यकाल की तारीफ़ एरदोगन ने की है.
आपको बता दें कि तुर्की के गृह मंत्री सुलेमान सोय्लू ने कल अपने पद से इस्ती’फ़ा दे दिया था. इस बात की जानकारी उन्होंने ट्विटर पर दी. 12 अप्रैल को लिखी गई इस पोस्ट में उन्होंने कहा कि दो रोज़ा कर्फ्यू की घो’षणा के बाद उनकी जो आलो’चना हुई, वो उसे स्वीकार करते हैं. उन्होंने कहा कि कर्फ्यू लागू होने के तरीक़ों को लेकर वो पूरी ज़िम्मेदारी स्वीकार करते हैं. अंकारा ने 10 अप्रैल को दो रोज़ा कर्फ्यू की घोष’णा की थी.
ये कर्फ्यू 31 प्रदेशों में आधी रात से ही लागू किया गया. इस घो’षणा के फ़ौरन बाद लोग बाज़ारों की तरफ़ दौड़ने लगे. ये घोष’णा रात के दस बजे की गई. अचानक हुई इस घो’षणा की वजह से 30 महानगर प्रभावित हुए जिसमें राजधानी अंकारा और इस्तांबुल के नाम भी शामिल हैं. इज़मिर और ज़ोंगुलदक शहरों पर भी इस घोष’णा ने पैनिक क्रिएट किया. ध्यान देने वाली बात है कि इन शहरों में कोरोना वाय’रस के सं’क्रमण बड़े तौर पर मिले हैं.
सरकार ने घो’षणा के साथ साथ एक सर्कुलर जारी किया था जो सभी औथोरिटीज़ को भेज दिया गया था कि 2 रोज़ तक किसी प्रकार की कोई भी दुकान नहीं खुलेगी. इस तरह से हुई घोष’णा की लोगों ने ज़बरदस्त आ’लोचना की. आम लोगों में इस घो’षणा ने अचानक ही पैनिक क्रिएट कर दिया, लोग बाज़ारों की तरफ़ दौड़ पड़े कि ज़रूरी सामान अपने घरों में रखा जाए.
तुर्की के अख़बार हुर्रियत डेली को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि वो घोष’णा की टाइमिंग को लेकर जो आलोच’ना हो रही है, उसे वो स्वीकार करते हैं. सोय्लू ने हालाँकि कहा कि दो घंटे के दरम्यान कई जगहों पर लोग जमा हो गए थे.. मैं इसे नहीं समझ सका था. उन्होंने कहा,”मुझे लगता है कि जो भी उस घंटे में लोग एकत्रित हुए, उसकी वजह से बड़ी प्रॉब्लम नहीं होगी.”