मुंबई: जब से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आए हैं। लगभग तभी से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी और शिवसेना गठबंधन आमने-सामने हैं। विधानसभा चुनाव तो बीजेपी और शिवसेना ने एक साथ मिलकर एक गठबंधन के रूप में लड़ा था। लेकिन अब शिवसेना चुनाव से पहले बीजेपी के साथ हुए 50-50 के फॉर्मूले को हर हाल में लागू करने पर अड़ी हुई है। और शिवसेना ने साफ-साफ कह दिया है कि पार्टी मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर कोई समझौता नहीं करेगी।
इधर शिवसेना की मांग को बीजेपी ने सिरे से ख़ारिज कर दिया है। और देवेंद्र फडणवीस को एक बार फिर से बीजेपी की तरफ से महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री पद के लिए निर्वाचित कर दिया है। बता दें कि महाराष्ट्र की 288 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54, कांग्रेस को 44, और अन्य को 29 सीटें मिली हैं। सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 146 है। और बीजेपी शिवसेना गठबंधन के पास यह बहुमत के आंकड़े हैं।
शिवसेना के नेता और वर्ली सीट से चुनाव जीतकर पहली बार विधायक चुने गए आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में प्रचारित कर रही है। जिसकी वजह से अब तक महाराष्ट्र में सरकार का गठन नहीं हो पाया है। अब शिवसेना और बीजेपी की इस खींचतान के बीच भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बड़ा बयान दिया है.
सुब्रमण्यम स्वामी ने एक ट्वीट किया है और लिखा है कि, “मैं शिवसेना से आग्रह करता हूं ,कि वह बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने का रास्ता निकाले, यह सच है कि शिवसेना को भाजपा नेतृत्व के बारे में वास्तविक शिकायतें हैं, क्योंकि भाजपा में कई दिग्गज भी हैं। लेकिन हिंदुत्व ताकतों की एकता के मक़सद के लिए हमें एक दशक और धैर्य रखने की ज़रूरत है, लिहाज़ा बेहतर है कि इसे बर्दाश्त किया जाए।”