श्रावस्ती लोकसभा सीट का इतिहास, 2008 में वजूद में आयी सीट पर कब कौन जीता और कैसे?

Brij Bhooshan Sharan Singh Shravasti Lok Sabha Seat

श्रावस्ती लोकसभा सीट (Shravasti Lok Sabha Seat) 2008 में वजूद में आयी. ये सीट 2002 में गठित परिसीमन आयोग की सिफ़ारिश के बाद वजूद में आयी. श्रावस्ती लोकसभा सीट में कुल पाँच विधानसभा सीटें आती हैं. श्रावस्ती लोकसभा सीट में भिनगा, श्रावस्ती, तुलसीपुर, गैन्सड़ी और बलरामपुर विधानसभा सीट आती हैं. श्रावस्ती, तुलसीपुर, गैन्सड़ी और बलरामपुर पहले बलरामपुर लोकसभा के अंतर्गत आती थीं और भिन्गा बहराइच लोकसभा सीट के अंतर्गत आती थी.

2009 में कांग्रेस ने जीता चुनाव

श्रावस्ती लोकसभा सीट बनने के बाद पहली बार लोकसभा चुनाव सन 2009 में हुए। इस चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में अच्छा माहौल था और श्रावस्ती में भी इस बात का फ़ायदा कांग्रेस को मिला। कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे विनय कुमार पाण्डे ने बसपा उम्मीदवार रिज़वान ज़हीर को हरा दिया। 2009 में मुक़ाबला त्रिकोणीय रहा। विनय कुमार पांडे ने रिज़वान को 42 हज़ार से कुछ अधिक वोटों से हराया जबकि तीसरे स्थान पर सपा की रुबाबा सईद को भी ठीक ठाक वोट मिले।

2014 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने लगे। भ्रस्टाचार के आरोप झेल रही कांग्रेस आक्रामक भाजपा का सामना करने में विफल नज़र आ रही थी। चुनाव नज़दीक आते आते भाजपा नेता नरेंद्र मोदी के पक्ष में बड़ी लहर चलती दिखी। मोदी लहर का फ़ायदा श्रावस्ती के भाजपा उम्मीदवार दद्दन मिश्रा को भी मिला।

2014 में मिली भाजपा को एकतरफ़ा जीत लेकिन 2019 में फिर बदले समीकरण

मिश्रा ने 2014 का लोकसभा चुनाव 85 हज़ार से अधिक वोटों से जीता। दद्दन मिश्रा को तीन लाख पैंतालीस हज़ार से अधिक वोट मिले जबकि दूसरे नम्बर पर सपा के अतीक़ अहमद को दो लाख साठ हज़ार से कुछ अधिक वोट मिले। तीसरे नम्बर पर बसपा के लालजी वर्मा रहे और चौथे पर पूर्व सांसद रिज़वान ज़हीर रहे। 2009 के विजेता विनय कुमार पाण्डेय अपनी ज़मानत भी नहीं बचा सके और पाँचवे स्थान पर रहे। 2019 लोकसभा चुनाव से पहले सपा और बसपा ने महागठबंधन कर लिया। श्रावस्ती लोकसभा सीट (Shravasti Lok Sabha Seat) बसपा के खाते में गई। महागठबंधन के उम्मीदवार राम शिरोमणि वर्मा को जनसमर्थन मिलने लगा।

वहीं बलरामपुर ज़िले की सियासत में अच्छी पकड़ रखने वाले रिज़वान ज़हीर ने इस बार चुनाव न लड़ने का फ़ैसला किया। रिज़वान ने गठबंधन प्रत्याशी का समर्थन किया। राम शिरोमणि वर्मा ने ये चुनाव जीत लिया। उन्होंने भाजपा के दद्दन मिश्रा को क़रीबी मुक़ाबले में पाँच हज़ार तीन सौ बीस वोट से हरा दिया। तो ये था श्रावस्ती लोकसभा सीट का अब तक का चुनावी इतिहास। कैसा लगा आपको हमारा ये वीडियो हमें कमेंट करके बताइए।

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