विवादित उद्योगपति गौतम अडानी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. एक तरफ़ उनकी वैश्विक साख पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट ने बड़ी चोट की है वहीं विपक्षी दल भी केंद्र सरकार से अडानी को लेकर सवाल पूछ रहे हैं.Rahul Gandhi ka bayan
राहुल का बयान
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस पूरे मामले पर बयान दिया है.
वो कहते हैं,”भारत सरकार ने CBI-ED पर दबाव डालकर एजेंसी का प्रयोग करते हुए GVK से लेकर एयरपोर्ट को अडानी सरकार को दिलवाया गया।
नियम बदलकर अडानी को 6 एयरपोर्ट दिए गए। मैं इसके सबूत भी दे दूंगा।
ड्रोन सेक्टर में भी अडानी का कोई अनुभव नहीं था”
Rahul Gandhi ka bayan- “PM ऑस्ट्रेलिया जाते हैं और..
राहुल आगे कहते हैं-
“प्रधानमंत्री ऑस्ट्रेलिया जाते हैं और जादू से SBI एक बिलियन डॉलर का लोन अडानी को देता है।
प्रधानमंत्री फिर बांग्लादेश गए और 1500 मेगावाट बिजली का ठेका अडानी को चला जाता है।
LIC का पैसा अडानी की कंपनी में क्यों डाला गया?”
“क्या ये काम अडानी फ़्री में कर रहा है?”
कुछ दिन पहले हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आई.
उसमें लिखा था अडानी की भारत के बाहर शेल कंपनी है, सवाल है कि शेल कंपनी किसकी है?
हजारों करोड़ रुपया शेल कंपनी भारत में भेज रही है यह किसका पैसा है? क्या यह काम अडानी फ्री में कर रहा है?
कांग्रेस सांसद ने कहा,”अडानी ने BJP को 20 साल में कितने पैसे दिए? पहले मोदी अडानी के जहाज में जाते थे अब अडानी मोदी के जहाज में जाते हैं। मोदी और अडानी एक साथ काम करे हैं ”
आपको बता दें कि राहुल गांधी लम्बे समय से अडानी समूह पर निशाना साधते रहे हैं.
राहुल ने कई बार केंद्र की सत्ता पर क़ाबिज़ भाजपा को इस मुद्दे पर घेरा है.
राहुल ने कई बार ये दावा किया है कि केंद्र सरकार नियमों को ताक़ पे रखकर अडानी ग्रुप की मदद करती रही है.