नई दिल्ली: भारतीय ओलंपिक संघ (Indian Olympic Association) की प्रमुख पीटी उषा ( PT Usha) ने एक ऐसा बयान दे दिया जिसके बाद विरोध कर रहे पहलवान उनसे नाराज़ दिख रहे हैं. ऊषा ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के चीफ बृजभूषण शरण सिंह (Brijbhushan Sharan Singh) पर कथित यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर पहलवानों के सार्वजनिक विरोध की कड़ी आलोचना की है. PT Usha ke bayan
उन्होंने कहा कि कमेटी की रिपोर्ट आने तक पहलवानों को रुकना चाहिए था. सड़क पर धरना देना अनुशासनहीनता है. पीटी ऊषा के सख्त रवैये के बाद जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. महिला पहलवानों ने कहा कि वे पीटी ऊषा की टिप्पणियों से आहत हैं. क्योंकि वे उनसे समर्थन की उम्मीद कर रही थीं. पहलवान साक्षी मलिक ने मीडिया से कहा, “पीटी ऊषा की टिप्पणी से हम आहत महसूस कर रहे हैं. वह खुद एक महिला होने के बावजूद हमारा समर्थन नहीं कर रही हैं. हमने क्या अनुशासनहीनता दिखाई है? हम यहां शांति से बैठे हैं. अगर हमें न्याय मिलता, तो हम ऐसा नहीं करते.”
वहीं, पहलवान विनेश फोगट ने आरोप लगाया कि उन्होंने मामले पर चर्चा करने के लिए पीटी ऊषा को फोन किया था, लेकिन उन्होंने कॉल का जवाब नहीं दिया. हम नहीं जानते कि क्या वह किसी प्रकार के दबाव में है.” वहीं बजरंग पुनिया ने कहा कि हम न्याय के लिए तीन महीने से इंतजार कर रहे हैं. ऐसे कड़े बयान की उम्मीद नहीं थी.
महिला पहलवान बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रही हैं. पहलवान विनेश फोगट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, रवि दहिया और दीपक पुनिया धरने दे रहे हैं. उन्होंने पीटी उषा को इस मामले पर तत्काल कार्रवाई करने के लिए भी चिट्ठी लिखी है. इस बीच बीजेपी सांसद और WFI चीफ बृजभूषण शरण सिंह ने पहलवानों के सभी आरोपों को खारिज किया है. उन्होंने कहा कि वह अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए कड़ा संघर्ष करेंगे.
पीटी उषा ने धरने की आलोचना करते हुए कहा था कि पहलवानों को सार्वजनिक विरोध पर बैठने का फैसला करने से पहले कमेटी की रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए था. उन्होंने कहा कि ऐसा विरोध अनुशासनहीनता के बराबर है. पीटी उषा ने कहा, “खिलाड़ियों को सड़कों पर विरोध नहीं करना चाहिए था. उन्हें कम से कम कमेटी की रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए था. उन्होंने जो किया है वह खेल और देश के लिए अच्छा नहीं है. यह एक नकारात्मक दृष्टिकोण है.”
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI)और उसके चीफ बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए कमेटी बनाई थी. कमिटी को युवा मामले और खेल मंत्रालय को जांच रिपोर्ट देने के लिए कहा गया था. कमेटी ने 5 अप्रैल रिपोर्ट सौंप दी है, लेकिन मंत्रालय ने अभी तक छह सदस्यीय कमेटी के निष्कर्षों को सार्वजनिक नहीं किया है. PT Usha ke bayan