अब तक हमने यही सुना है कि पु’लिस किसी भी सही काम के लिए लोगों को प्रेरित करना चाहती है। ऐसे में शरा’बियों को अपना ब्राण्ड एम्बेसेडर बनाने की बात सुनकर सभी है’रान रह जाएँगे क्योंकि शरा’ब न सिर्फ़ सेहत के लिए नुक़’सानदायक है बल्कि शरा’ब के फेर में प’ड़कर लोग कई ग़ल’त कामों को अं’जाम देते हैं। यही नहीं घरेलू हिंसा के कारणों में से मुख्य न’शा ही है। जहाँ लोग शराब के लिए पैसे न मिलने पर घर के लोगों को मा’रना- पी’टना करते हैं और कई बार बहुत ग़ल’त क़द’म भी उठा लेते हैं।
ऐसे में बिहार पु’लिस ने ये फ़ै’सला लिया है कि वो ऐसे शरा’बियों को सम्मानित करेंगे जो अब अपनी इस ल’त से मु’क्ति पा चुके हैं और शरा’ब से कोसों दू’र रहते हैं। ये ऐसे लोग हैं जो कभी शरा’ब पीने के कारण अप’मानित होते रहे हैं लेकिन अब उन्होंने अपने इस व्य’सन से ख़ुद को दू’र कर लिया है। इनके लिए सम्मान समारोह पटना में आयोजित किया जाएगा। जहाँ न सिर्फ़ पूर्व शरा’बी अपनी आपबीती सुनाएँगे वहीं उनके परिवार के लोग भी उनसे जुड़ी बातें बाँ’टेंगे।
Bihar Police
इस सम्मान के बाद इन सभी व्यक्तियों को पु’लिस अपना ब्राण्ड एम्बेसेडर घो’षित करेगी, ये व्यक्ति अलग-अलग जगह जाकर लोगों के बीच शरा’ब के बुरे प्र’भाव और शरा’ब छो’ड़ने के बाद के सम्मानित जीवन की बातें बाँ’टेंगे। इस प्रक्रिया के ज़रिए लोगों को शरा’ब छो’ड़ने के लिए प्रे’रित किया जाएगा। पु’लिस ची’फ ने ये जानकारी देते हुए बताया कि “इन लोगों की प्रेरणा से जो लोग शरा’ब छोड़ेंगे उन्हें बुलाकर सम्मानित किया जाएगा” डीजीपी ने कहा कि “पहले यह कार्यक्रम 27 या 28 फरवरी को आयोजित किया जाना था, लेकिन व्यस्तता की वजह से पहले आयोजित किए जाने का फै’सला किया गया है लेकिन यह तय है कि पुलिस सप्ताह के दौरान ही ये कार्यक्रम होगा”
इस तरह का कार्यक्रम अपनी ही तरह का एक अलग कार्यक्रम होगा। इस कार्यक्रम में इन चुनिंदा लोगों के अलावा बिहार से ही 500 मुस’हर युवक श’पथ लेंगे और फिर शरा’बबं’दी का’नून के लिए लोगों को जागरूक करेंगे ताकि लोग शरा’ब की ल’त से बा’हर आ जाएँ। डीजीपी ने कहा कि “यह अपने आप में अनोखा कार्यक्रम होगा। बिहार में शरा’बबं’दी का’नून को प्र’भावी ढंग से लागू करना पुलिस मुख्यालय की ज़िम्मेदारी है और बिहार पु’लिस सप्ताह-2020 में मुख्य तौर से पु’लिस महकमे का फो’कस इसी ओर रहेगा”