इस साल के अंत तक कई राज्यों में चुनाव होने हैं। जिसको लेकर चुनाव आयोग के साथ साथ राजनीतिक तक भी तैयारियों में जुट गए हैं। बता दें कि इस बार राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी विधानसभा चुनाव होना है। इन दोनों ही रखो में टक्कर भाजपा और कांग्रेस के बीच रहने वाली है। लेकिन इस बीच एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसने कांग्रेस और भाजपा दोनों को ही हिला के रख दिया है। बता दें कि इस बार मध्य प्रदेश में केसीआर भी कदम रखने वाले हैं।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के मध्य प्रदेश की राजनीति में कदम रखने की खबर से सभी दलों के पैरों तले जमीन निकल गई है। माना जा रहा है कि अब मध्य प्रदेश के चुनाव में टक्कर का मुकाबला इन तीन पार्टियों के बीच होने वाला है। पिछले कुछ समय पहले ही केसीआर ने अपनी पार्टी को राष्ट्रीय स्तर का बनाने का ऐलान किया था। जिसके बाद से ही वह पार्टी के विस्तार में जुट गए।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश में व्यापमं घोटाले को उजागर करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता आनंद रॉय भी केसीआर से जा मिले हैं और उन्होंने उनकी भारत राष्ट्र समिति (BRS) की सदस्यता भी हासिल कर ली है। खुद केसीआर ने उनको पार्टी की सदस्यता दिलाई है। बता दें कि आनंद रॉय की आदिवासी वर्ग में काफी अच्छी पकड़ है। जिसके चलते वह केसीआर के साथ मिलकर आगामी चुनाव में एक अहम भूमिका निभा सकते हैं।
इसके अलावा जानकारी ये भी मिली है कि आनंद राय ने अपने साथ साथ जयस नेता लाल सिंह बर्मन, पंचम भील, अश्विन दुबे, गाजीराम बडोले, कैलाश राणा समेत कई नेता बीआरएस में शामिल करवाया है। रीवा से पूर्व सांसद बुद्धसेन पटेल भी केसीआर की पार्टी को ज्वाइन कर चुके हैं।