नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी इस समय देश की सत्ता पर क़ाबिज़ है और ऐसा माना जाता है कि इस समय भारत के अधिकतर राज्यों में इस पार्टी का दबदबा है. इसके बावजूद भी भाजपा को कई लोग मुस्लि’म विरोधी पार्टी मानते हैं. भाजपा के कई नेता मु’सलमानों को पाकिस्तान जाने की हिदायत भी देते रहते हैं जिसकी हर ओर से आलोचना होती है लेकिन इस तरह के नेताओं का क़द कभी कम नहीं होता. परन्तु केन्द्रीय रक्षा मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने अपनी पार्टी के विवादित नेताओं की बातों को दरकिनार करते हुए बड़ा बयान दिया है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि मु’सलमान जिगर का टु’कड़ा हैं और सांप्रदायिक राजनीति का सवाल ही पैदा नहीं होता. रक्षा मंत्री ने शनिवार को एक इंटरव्यू में इस धारणा को ख़ारिज किया कि मोदी सरकार धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ है.उन्होंने कहा,”मैंने पहले भी अपनी मेरठ और मेंगलुरु की रैलियों में कहा है कि मुस’लमान भारत का नागरिक और हमारा भाई है. वह हमारे जिगर का टुक’ड़ा है.”
राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा,”कुछ ताकतें हैं, जो उन्हें गुमराह कर रही हैं लेकिन भाजपा किसी भी स्थिति में भारत के अल्पसंख्यकों के खिलाफ नहीं जा सकती. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरुआत से ही ‘सबका साथ, सबका विकास’ का नारा दिया है.” उन्होंने आगे कहा,”जाति, धर्म और रंग के आधार पर भेद’भाव का कोई सवाल ही नहीं उठता. हम इसके बारे में सोच भी नहीं सकते.” उन्होंने साम्प्र’दायिकता फैलाने वाले नेताओं पर टिपण्णी करते हुए कहा,”राजनीति महज वोटों के लिए नहीं बल्कि राष्ट्र निर्माण करने के लिए करनी चाहिए.”
रक्षामंत्री ने ये भी कहा कि हिंदुत्व की विचारधारा में यक़ीन रखने वाला पहचान के आधार पर भेदभाव नहीं कर सकता क्यूँकि इसका अर्थ ही “वसुधैव कुटुंबकम (दुनिया एक परिवार है)” है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसके अलावा कहा कि वह जम्मू-कश्मीर के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों के नजरबंदी से जल्द रिहा होने की प्रार्थना कर रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि वे कश्मीर में हालात को सामान्य बनाने में योगदान देंगे.उन्होंने कहा कि स्थिति दिन-ब-दिन बेहतर हो रही है.