नई दिल्ली: मध्य प्रदेश भाजपा के बड़े नेता माने जाने वाले कैलाश विजयवर्गीय के बेटे द्वारा एक अधिकारी की बल्ले से पिटाई के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाराज़गी जताई है. मोदी ने इस बात को अप्रत्यक्ष रूप से कहा है और उन्होंने कहा है कि ऐसी हर’कतें स्वीकार नहीं की जा सकतीं. समाचार एजेंसी ANI ने इस बारे में जानकारी दी कि भाजपा नेता राजीव प्रताप रूड़ी ने कहा कि प्रधानमंत्री बहुत नाराज थे.
उन्होंने कहा कि बदसलूकी करने, पार्टी को बदनाम करने या सार्वजनिक रूप से अहंकार दिखाने का हक किसी के पास नहीं है. उन्होंने कड़े शब्दों में यह बात कही. साथ ही कहा कि ऐसी हर’कतें स्वीकार नहीं है. सूत्रों के मुताबिक़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये भी कहा कि उन्होंने कहा कि चाहे किसी का बेटा हो, उसे पार्टी से निकाल देना चाहिए.
इसके साथ ही सूत्रों ने बताया कि पीएम मोदी ने यह भी कहा है कि जिन्होंने भी उनके जेल से बाहर आने के बाद स्वागत किया है, उन्हें भी पार्टी से बाहर कर देना चाहिए. बता दें, कैलाश विजयवर्गीय ने अधिकारी को बैट से पीटने के मामले में अपने बेटे आकाश विजयवर्गीय का बचाव किया था. उन्होंने कहा कि वह अभी ‘कच्चा खिलाड़ी’ है. साथ ही उन्होंने कहा था कि यह बड़ा मामला था नहीं, इसे बड़ा बनाया गया है. उल्लेखनीय है कि आकाश विजयवर्गीय ने नगर निगम के अधिकारी की क्रिकेट के बैट के साथ पिटाई की थी.
आकाश विजयवर्गीय को इसके बाद पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद भोपाल की विशेष कोर्ट ने उन्हें शनिवार को ज़मानत दी तो वो रविवार को जेल से रिहा हो गए. आकाश का जेल से निकलने पर भव्य स्वागत हुआ. यही नहीं आकाश अपनी ग़लती पर किसी तरह के पछतावे में नज़र नहीं आये. इस पूरे मामले में पर कैलाश विजयवर्गीय ने अपने बेटे आकाश का बचाव करते हुए कहा,”यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है.”
उन्होंने कहा,”मुझे लगता है कि दोनों तरफ से ही बदसलूकी हुई है. आकाश जी और नगर निगम कमिश्नर दोनों ही कच्चे खिलाड़ी हैं. यह बड़ा मुद्दा नहीं था, इसे बड़ा बनाया गया. मुझे लगता है कि अधिकारियों को अहंकारी नहीं होना चाहिए, उन्हें जनप्रतिनिधियों से बात करनी चाहिए. इस मामले में इसी चीज की कमी रही. यह सुनिश्चित करने के लिए कि यह फिर से न हो, दोनों को समझना चाहिए.”