बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी आजकल काफी चर्चा में बने हुए हैं। माना जा रहा है कि जीतन राम मांझी राजद संस्थापक लालू प्रसाद यादव की रिहाई के बाद कभी नीतीश सरकार पर हमला बोल रहे हैं। तो कभी राजद पर एक बार फिर जीतन राम मांझी ने राजद नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा है कि तेजस्वी खुद अपने पिता की विरासत पर काम कर रहे हैं। उनके पिता के राज में जो करिश्मे हुए हैं उन्हें हम सब ने भी देखा है। मुख्यमंत्री का बेटा रहे हैं और उन्हें मुख्यमंत्री बनने की ही छटपटाहट है। इसके अलावा हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने यह भी कहा है कि अगर संभालना ही होता तो 15 साल में क्यों नहीं यह काम क्यों नहीं किया।
गांव की पंचायतों में इसकी व्यवस्था करते तो आज स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई हुई बिलकुल भी नहीं होती। राष्ट्रीय जनता दल द्वारा बिगड़ गए कामों को सुधारने में ही नीतीश सरकार लगी हुई है। आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सामुदायिक किचन से भी लोगों की मदद कर रहे हैं।
जहां पर उन्हें फ्री में खाना दिया जा रहा है। यह काम राजद नेता तेजस्वी यादव किसी भी परिस्थिति में नहीं कर पाएंगे मुझे इस बात का पूरा विश्वास है। वहीं, जीतन राम मांझी ने बिहार में ब्लैक फंगस के खतरे पर इसके लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि इसके लिए पहले से प्लानिंग होनी चाहिए थी।
इस मामले में जो व्यवस्था केंद्र सरकार द्वारा दी गई है। वह अपर्याप्त है, लेकिन बिहार सरकार अपने स्तर से इस दिशा में काम कर रही है। वहीं, सारण सांसद राजीव प्रताप रूडी पर कहा कि हमने भी विधायक फंड से एंबुलेंस दी है। लेकिन उसे घर पर नहीं लगाया है। घर पर रखने का क्या औचित्य है।
गौरतलब है कि राजा नेता तेजस्वी यादव ने आज ही अपने सरकारी आवास में कोरोना केयर सेंटर बनाया है। जिसमें बेड्स, दवाइयां और ऑक्सीजन का पूरा इंतजाम किया गया है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने इस कोविड-19 सेंटर को नीतीश सरकार द्वारा टेकओवर करने के लिए आग्रह भी किया है। इससे पहले भी तेजस्वी यादव ने कहा था कि उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कई बार पत्र लिखे हैं। लेकिन उनका जवाब नहीं दिया गया है।