मुंबई: महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिन से एक किताब को लेकर भारी वि’वाद हुआ. नाम असल में इस किताब के नाम पर ही हो गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ़ में लिखी गई इस किताब का टाइटल है “आज के शिवाजी: नरेंद्र मोदी”. इस किताब के बारे में जैसे ही ख़बर आयी मराठा नेताओं ने इसका भारी वि’रोध किया. इस किताब के बारे में माना गया कि ये भाजपा के ही किसी समर्थक ने लिखी है.
भाजपा ने विवा’द बढ़ते देखा तो उसने इस किताब से अपना पिंड छुड़ाया. भाजपा नेता और केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने “आज के शिवाजी: नरेंद्र मोदी” किताब को लेकर हो रहे विवा’द पर टिपण्णी की है. उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज महान वारियर थे और उनकी किसी से तुलना नहीं की जा सकती..भाजपा का जय भगवान् गोयल द्वारा लिखी गई किताब से कोई लेना देना नहीं है.
उन्होंने कहा कि अब तो जय भगवान् गोयल ने माफी भी माँग ली है. जावड़ेकर ने बताया कि उन्होंने अपनी किताब वापिस ले ली है, इसलिए अब ये वि’वाद रुक जाना चाहिए.आपको बता दें कि इस किताब को लेकर भारी विवा’द खड़ा हो गया था. इसको लेकर कांग्रेस के कुछ नेताओं ने प्रोटेस्ट किया था, साथ ही शिवसेना और एनसीपी भी इस किताब के चर्चा में आने के बाद काफ़ी नाराज़ थे.
अब इस किताब के बारे में शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने बयान दिया है. राउत ने कहा कि ये हमारे लिए प्रतिष्ठा की बात हो गई थी और ये हमारे लिए ही नहीं बल्कि छत्रपति शिवाजी महाराज और महाराष्ट्र के लिए प्रतिष्ठा की बात थी लेकिन भाजपा ने अब किताब वापिस ले ली है. उन्होंने कहा कि चूंकि किताब वापिस ले ली गई है और उन्होंने इसके लिए माफ़ी माँग ली है..तो अब ये मामला ख़’त्म हुआ.