दिल्ली. मध्य प्रदेश में राजनीतिक सं’कट तेज़ हो गया है. मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलकर 20 मंत्रियों ने इस्तीफ़ा दे दिया है और उनका इस्तीफ़ा मंज़ूर भी हो गया है. उधर कमलनाथ ने सोमवार के रोज़ कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी से मुलाक़ात की. ख़बर ये भी है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्य प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया जा सकता है और साथ ही उन्हें उप-मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है. कैबिनेट बैठक खत्म हो गई है. जबकि मध्य प्रदेश में जारी सियासी ड्रामे के बीच सीएम कमलनाथ ने एक बयान जारी किया है.
उन्होंने कहा कि मैं सूबे में माफिया के सहयोग से अस्थिर करने वाली ताकतों को सफल नहीं होने दूंगा. प्रदेश की जनता का विश्वास और उनका प्रेम मेरे लिए सबसे बड़ी शक्ति है. साथ ही कमलनाथ ने कहा कि अब इस मामले पर दिल्ली से जो भी फैसला होगा वह सभी को मानना होगा. इसके अलावा कमलनाथ समर्थक सभी 20 मंत्रियों ने अपना इस्तीफा सीएम को सौंपा है. दूसरी ओर सज्जन सिंह ने कहा है कि भाजपा गन्दी राजनीति का प्रयास कर रही है.
उन्होंने साथ ही कहा कि ये सरकार पाँच साल चलेगी. मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, सीएम पर निर्भर करता है कि वो कौन सा फैसला लेंगे. इसके अलावा मंगलवार सुबह 11:30 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है. इस बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा का कहना है कि इस सरकार का रिमोट कंट्रोल दिग्विजय सिंह के पास है. शर्मा ने यह भी कहा कि कांग्रेस आंतरिक संक’ट से गुजर रही है. जबकि भाजपा के विश्वास सारंग ने कहा कि जब से सरकार बनी है तब से सिर्फ असंतोष की आग में जल रही है.
ख़बर है कि राज्यपाल लालजी टंडन ने अपनी छुट्टी कैंसल कर दी है. कमलनाथ सरकार के वन मंत्री उमंग सिंगार का कहना है कि कांग्रेस में हर तरह के रास्ते खुले हुए है. उन्होंने कहा कि पार्टी आलाकमान दिल्ली से इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है. उन्होंने कहा कि पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी सिंधिया से बातचीत कर रही हैं. साथ उन्होंने यह भी कहा कि एमपी में कमलनाथ सरकार पूरी तरह स्थिर है. इस मामले में चले आ रहे विवाद पर और सिंधिया की नाराजगी पर सिंगार का कहना है कि किसी भी तरह की नाराजगी होगी तो पार्टी हाईकमान इसका समाधान निकालेगा.