Lok Sabha Election 2024 C Voter survey
में कांग्रेस को बड़ा फ़ायदा होता दिख रहा है. ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का कमाल इस सर्वे में दिख रहा है. इस सर्वे के मुताबिक़ कांग्रेस के नेतृत्व वाले UPA को कर्णाटक, महाराष्ट्र और बिहार जैसे राज्यों से अच्छा संकेत मिलता दिख रहा है. ज्ञात हो कि हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पूरी की है.
इस यात्रा में उन्होंने देश के अधिकतर राज्यों को कवर किया और पैदल यात्रा की.जानकार मानते हैं कि उनकी इस यात्रा से कांग्रेस पार्टी को बड़ा राजनीतिक फ़ायदा हो सकता है. आँकड़ों को राज्यवार समझने का प्रयास करते हैं.
महाराष्ट्र में शिवसेना- उद्धव ठाकरे, एनसीपी और कांग्रेस तीन दल UPA का मुख्य हिस्सा हैं. 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस और एनसीपी ने शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे को समर्थन दिया था.
इसके बाद उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने. हालाँकि 2022 में शिवसेना टूट गई और उद्धव को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा. उद्धव के पुराने सहयोगी एकनाथ शिंदे भाजपा की मदद से राज्य के मुख्यमंत्री बने.
पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले NDA को 42 सीटें मिली थीं जबकि 5 सीटें UPA को और एक सीट AIMIM के खाते में गई थी. 2019 के लोकसभा चुनाव के समय समूची शिवसेना भाजपा के साथ थी लेकिन विधानसभा चुनाव के बाद समीकरण बदल गए.
अगस्त में भी हुआ था सर्वे
अगस्त 2022 में जब सर्वे किया गया था तो ऐसा अनुमान लगाया गया कि राज्य में UPA को 47 फ़ीसदी तक वोट मिल सकते हैं जबकि UPA गठबंधन की सीटें 5 से बढ़कर 30 तक पहुँच सकती हैं. वहीं हालिया सर्वे में ऐसा अनुमान लगाया गया है कि वोट एक और प्रतिशत बढ़ गया है. इससे अनुमान है कि लोकसभा सीटों का आँकड़ा 34 तक पहुँच सकता है. Lok Sabha Election 2024 Survey
कर्णाटक: इंडिया टुडे सी वोटर ने अगस्त 2022 में सर्वे कराकर बताया था कि कर्णाटक में UPA को 13 सीटें मिल सकती हैं. 2019 में UPA को महज़ 2 सीटें मिली थीं. इसमें एक कांग्रेस और एक जेडीएस के खाते में गई थीं. भाजपा ने राज्य की 28 में से 25 सीटें जीत ली थीं. 6 महीने बाद जनवरी 2023 के सर्वे में UPA की सीटों में और उछाल आ गया है. कर्णाटक में UPA को 17 सीटें तक मिल सकती हैं.
बिहार में दिख रहा है कमाल
बिहार राज्य की बात करें तो यहाँ UPA को शानदार बढ़त मिलती दिख रही है. 2019 के लोकसभा चुनाव में NDA ने यहाँ 40 में से 39 सीटें जीत ली थीं. 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के साथ राज्य की बड़ी पार्टी JDU थी जो अब UPA के साथ है. अगस्त 2022 में हुए सर्वे में UPA को एक भी सीट नहीं दी जा रही थी जबकि जनवरी 2023 के सर्वे में UPA को 25 सीटें दी जा रही हैं.
इस सर्वे के मुताबिक़ महागठबंधन को 47 प्रतिशत तक वोट मिल सकता है. इन तीन बड़े राज्यों को मिलाकर देखें तो 2019 में UPA के खाते में महज़ 7 सीटें थीं जबकि ताज़ा सर्वे की मानें तो इसे 76 सीटें तक मिल सकती हैं. वहीं NDA को भारी नुक़सान होता दिख रहा है. NDA को 2019 के लोकसभा चुनाव में 106 सीटें मिली थीं जबकि ताज़ा सर्वे में इसे महज़ 38 या उससे भी कम सीटें मिलती दिख रही हैं.