कर्णाटक में जिस तरह से राजनीतिक शतरंज खेली जा रही है उससे पूरे देश की निगाहें कर्णाटक पर लग गई हैं. कर्णाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार को राजनीतिक शतरंज का महारथी माना जाता है. परन्तु इस समय लगभग सभी चीज़ें कांग्रेस और जेडीएस के ख़िलाफ़ जा रही हैं. फिर भी ये माना जा रहा है कि अगर शिवकुमार को कि भी मौक़ा मिला तो वो उसको तुरंत भुना लेंगे.
बाग़ी विधायकों के लिए भी शिवकुमार ने रणनीति बना ली है. इस बात को भाजपा भी समझ रही है. भाजपा जानती है कि उसके पास शिवकुमार जैसा कम्यूनिकेटर प्रदेश में नहीं है इसलिए वो बाग़ी विधायकों को मुंबई में ठहराए हुए है. भाजपा को भी अभी बाग़ी विधायकों पर पूरा यक़ीन नहीं हो पा रहा है. शिवकुमार कल कर्णाटक के बाग़ी विधायकों से मिलने महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई जाने वाले हैं.
इस बीच भाजपा भी तेज़ी से अपनी रणनीति बना रही है. भाजपा इस कोशिश में है कि किसी तरह से वो कांग्रेस की कोई नई रणनीति न कामयाब होने दे. वहीं स्पीकर के बयान के बाद कांग्रेस को कुछ और वक़्त मिल गया है. इस बीच कांग्रेस नेता ज़मीर अहमद ने चौंकाने वाले बात कही है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने उनके विधायकों को किडनैप कर लिया है. उन्होंने दावा किया कि उन्हें गन-पोईन्ट पर रखा जा रहा है.
उन्होंने दावा किया कि उनके मोबाइल फ़ोन ले लिए गए हैं ..उन्हें अपने परिवार से भी बात करने की इजाज़त नहीं दी जा रही है.. अगर उन्हें आज़ाद किया गया तो वो हमारे पास लौट आएँगे..उन पर 4-5 लोग पहरा भी दे रहे हैं. जानकार मान रहे हैं कि शिवकुमार को इस पूरे मामले में अब भी उम्मीद लग रही है. उन्हें लग रहा है कि अगर वो कम्यूनिकेट कर पाए तो रास्ता निकल आयेगा.