चंडीगढ़: अभी झारखण्ड विधानसभा चुनाव के नतीजे आये एक हफ्ता भी नहीं हुआ है कि भाजपा के लिए एक और राज्य से ऐसी ख़बर आ रही है जिसके बारे में उसे विचार करने की ज़रूरत है. असल में ख़बर हरियाणा से है, यहाँ भाजपा के साथ नहीं बल्कि उसकी सहयोगी पार्टी में फूट की ख़बर है. हरियाणा में भाजपा की सबसे बड़ी सहयोगी जननायक जनता पार्टी में बड़ी फूट की ख़बर है.
जननायक जनता पार्टी के विधायक राम कुमार गौतम अपनी ही पार्टी से नाराज़ हैं. उन्होंने इस वजह से उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफ़ा दे दिया है. उनके क़रीबी मानते हैं कि वो मंत्री बनना चाहते थे लेकिन उनकी इस माँग को नज़रंदाज़ कर दिया गया. इस बीच ये ख़बर आयी कि भाजपा-जेजेपी का गठबंधन गुरुग्राम के एक मॉल में तय हुआ. ये बात आते ही राम कुमार की नाराज़गी बढ़ गई.
उन्होंने कहा कि मुझे इस बात का दुःख नहीं कि मुझे मंत्री नहीं बनाया गया लेकिन मुझे दुःख हुआ कि जेजेपी और भाजपा का गठबंधन एक मॉल में तय हुआ. उल्लेखनीय है कि हरियाणा में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिला. सबसे अधिक सीट पाने वाली भाजपा ने जननायक जनता पार्टी के साथ मिलकर सरकार बना ली. इस गठबंधन में जो शर्तें थीं उनमें दुष्यंत चौटाला को उप-मुख्यमंत्री बनाना भी शामिल था. दुष्यंत पार्टी के अध्यक्ष हैं और उन्होंने कुछ ही महीनों में पार्टी को खड़ा कर दिया.
राम कुमार गौतम ने कहा कि मुझे इस बात का दुःख नहीं कि मुझे मंत्री नहीं बनाया गया लेकिन मुझे दुःख हुआ कि जेजेपी और भाजपा का गठबंधन एक मॉल में तय हुआ. वहीँ इस पूरे संकट पर बयान देते हुए हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि वो एक वरिष्ठ नेता हैं और अगर वो किसी बात से नाराज़ हैं..तो उन्हें आना चाहिए और पार्टी के सदस्यों को इससे अवगत कराना चाहिए. उन्होंने कहा कि अब तक उन्हें इस्तीफ़ा प्राप्त नहीं हुआ है..कुछ वरिष्ठ नेता उनसे बात करेंगे और इस मैटर को डिस्कस करेंगे.