शबाना आज़मी ने हाल ही में एक बयान दिया जिसमें उन्होंने देश की मौजूदा हालत पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि देश में अगर कोई सरकार की आलो’चना करता है तो उसे राष्ट्र;विरो’धी कहा जाता है। शबाना आज़मी के इस बयान के बाद से उन्हें सोशल मीडिया में ट्रो’ल किया जाने लगा। लोग शबाना आज़मी के तरह-तरह के मीम भी शेयर करने लगे। शबाना ने इसके जवाब में एक ट्वीट लिखा कि उन्हें नहीं पता था कि उनके एक बयान पर इतना हंगा’मा होगा, वो ये नहीं जानती थीं कि वो वा’मपंथि’यों की नज़र में इतनी महत्वपूर्ण हैं।
अपनी बात आगे लिखते हुए शबाना ने लिखा कि उन्हें इस तरह की बातों की आदत हैं। जब उन्होंने दीपा मेहता की फ़िल्म वाटर के लिए सिर मुंडवाया था तो मु’स्लिम चर’मपंथियों की ओर से फ़त;वा जारी किया गया था। उस वक़्त जब वो विचलित हुई थीं तो जावेद अख़्तर ने कहा था कि चुप रहो। शबाना ने आगे लिखा कि ऐसे सभी लोग एक-दूसरे के जैसे ही हैं।

ख़ैर शबाना आज़मी के इस ट्वीट को भी सोशल मीडिया में आ’लोचना का शिकार होना पड़ा। यही नहीं एक यूज़र ने हद पार करते हुए लिखा कि “कश्मी;र में मा’रका’ट हो इनके दर्द नहीं होता, बंगाल में ह’त्याएँ होती हैं इनके दर्द नहीं होता, दिल्ली में मं’दिर तोड़ दिया गया इनके दर्द नहीं होता, लेकिन इनके रिश्तेदार आ’तंकवा’दी मरते हैं तो इनके दर्द होता है, तो कमबख़्त क्यों नहीं छोड़ देते भारत को”। इस ट्वीट का शबाना आज़मी ने तो कोई जवाब नहीं दिया लेकिन जावेद अख़्तर चुप नहीं रह सके।
ट्वीट करने वाले की भाषा में ही जवाब देते हुए जावेद अख़्तर ने लिखा “जब हमारे बाप- दादा देश की आ;ज़ादी के लिए ख़ू’न बहा रहे थे तो तेरे जैसों के बाप दादा अंग्रेज़ों के जूते चाट रहे थे। ग़’द्दारों की औला’द तेरी क्या औ’क़ात है कि तू हमसे हमारा देश छो’ड़ने को कहे”। जावेद अख़्तर के इस ट्वीट के बाद से कोई रिप्लाई नहीं आया। जावेद अख़्तर हों या शबाना आज़मी हमेशा ट्रो’लर्स के मुँह बंद करवाते रहे हैं और उन्हें करारा जवाब देते ही हैं लेकिन इस बार जावेद अख़्तर ने जैसा जवाब दिया है वैसा उन्होंने पहले कभी नहीं दिया।